सजगता ने बचाया साइबर ठगी का शिकार होने से
- फेसबुक आईडी व मोबाइल नम्बर हैक कर परिचितों को व्हाट्सएप मैसेज भेजकर की रुपयों की डिमांड
हनुमानगढ़। सोशल मीडिया ने जहां लोगों के बीच की दूरियां घटाने का काम किया है वहीं साइबर क्राइम का ग्राफ बढ़ाने का काम किया है। शातिर अपराधी लोगों की छोटी-छोटी चूक का फायदा उठाकर बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। आॅनलाइन शॉपिंग और बैंक अधिकारी बनकर ठगी के बाद अब फेसबुक अकाउंट का सहारा लेकर लोगों को ठग रहे हैं। इन जालसाजों के शिकार आईएएस अफसरों से लेकर हर वर्ग के लोग हुए हैं। कभी डुप्लीकेट अकाउंट बनाकर तो कभी आईडी हैक कर वारदात को अंजाम दिया जाता है।
ऐसा ही एक मामला जंक्शन में सामने आया जहां दिनेश कुमार नामक युवक की फेसबुक आईडी व मोबाइल नम्बर को हैक कर अज्ञात जालसाज ने उनके परिचितों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर एमरजेंसी बताकर रुपए भेजने के लिए कहा। लेकिन गनिमत रही कि इन लोगों की सतर्कता के कारण साइबर ठगी होने से बच गई। जिन लोगों को मैसेज भेजे गए उन्होंने शक होने पर दिनेश कुमार को कॉल कर पता किया तो जानकारी मिली कि दिनेश की फेसबुक आईडी और मोबाइल नम्बर हैक हो गया है। जंक्शन निवासी दिनेश कुमार ने बताया कि सोमवार शाम को उसकी फेसबुक आईडी हैक हो गई।
क्या है मामला:
मोबाइल नम्बर भी अज्ञात जालसाज ने हैक कर लिया। आईडी व नम्बर हैक करने वाले ने जीमेल के जरिए उसके मोबाइल फोन में सेव परिचितों, रिश्तेदारों आदि के नम्बर प्राप्त कर लिए। इसके बाद अपने व्हाट्सएप नम्बर पर उसकी फोटो लगाकर कई जनों को मैसेज भेज जरूरत बता रुपयों की डिमांड की। किसी से 50 हजार, किसी से 25 हजार तो किसी से 10 हजार रुपए फोन पे या गुगल पे करने को कहा गया।
मैसेज में यह लिखा गया कि उसकी पत्नी की तबीयत खराब है और उसे एमरजेंसी में रुपयों की आवश्यकता है। लेकिन उसके परिचितों-रिश्तेदारों ने आॅनलाइन रुपए भेजने से पहले उसे फोन कर इस बारे में बताया तो पता चला कि उसकी आईडी व मोबाइल नम्बर हैक हो गया है। उसने तत्काल साइबर सेल नम्बर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवाई।
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