आंगनबाड़ी केंद्र का भवन जर्जर, खौफ के साए में नन्हें-मुन्नें
टिब्बी (सच कहूँ न्यूज)। जान बची तो लाखों पाएं, लौट कर बच्चे घर को आएं..जी हां..ऐसी ही हालत हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी कस्बे के वार्ड आठ में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र सी की बनी हुई है। बारिश के बाद आंगनबाड़ी केन्द्र की छत टपक रही है, छत पर दरार आई हुई है। केंद्र के रिकॉर्ड और कागजात भी भीग चुके है। भवन की जर्जर हालत से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है और साथ आंगनबाड़ी केंद्र के मुख्य द्वार पर लगा लोहे का भारी गेट भी खुलेआम हादसे को न्यौत दे रहा है।
गेट टूटने के बाद मात्र रस्सी से बांधकर छोड़ रखा है जो कभी बच्चों पर गिर सकता है। केंद्र के भवन की जर्जर हालत को देखते हुए लोग भी अपने बच्चों को केंद्र पर भेजने से डर रहे है। केंद्र का परिसर गली की सड़क से काफी नीचे होने से बारिशा का पानी केंद्र से होकर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम में जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता कृष्णा ने बताया की आंगनबाड़ी केंद्र की दयनीय हालत के बारे में विभाग को अवगत करवाया दिया गया। केंद्र पर 25 बच्चों का नामांकन है लेकिन भवन की हालत देकर लोग बच्चों को भेजने के कतरा रहे है। बसपा नेता भोलासिंह बाजीगर, स्थानीय महिला नीलम व पूजाबाई ने बताया की केंद्र की जर्जर हालत को देखते हुए बच्चों को भेजने से डर रहे है। विभाग को शायद किसी बड़े हादसे का इंजतार है। कई बार अवगत करवाने के बावजूद हालत जस के तस है।
इस संबंध में जब सीडीपीओ रेणु बाला चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया की सुपरवाइजर को मौके पर भेजा जा रहा है।केंद्र के भवन जर्जर हालत को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था कर दी जाएगी। बाद में एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक कर आगामी निर्णय लिया जाएगा तथा दयनीय हालत में चल रही आंगनबाड़ी केंद्रों की रिपोर्ट तैयार कर विभाग को भेजी जाएगी ।
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