नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ और बांग्लादेश के राष्ट्रगान ‘आमार सोनार बांग्ला’ की रचना करने वाले रवींद्रनाथ टैगोर को एक बेमिसाल और महान क्रांतिकारी माना जाता है। एक महान बांग्ला कवि, गीतकार, संगीतकार, कहानीकार, नाटककार, चित्रकार, रचनाकार और निबंध लेखक के तौर पर मशहूर रवींद्रनाथ टैगोर का निधन 7 अगस्त 1941 को हुआ था और आज उनकी पुण्यतिथि है। रबींद्रनाथ ठाकुर का जन्म 7 मई 1861 को पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में हुआ था।
कहा जाता है कि कबीगुरु और गुरुदेव जैसे नामों से मशहूर रवींद्रनाथ ठाकुर ने 8 साल की उम्र में अपनी पहली कविता लिखी थी, जबकि 16 साल की उम्र में उनकी पहली लघुकथा प्रकाशित हुई थी। अपनी लेखनी से लोगों के दिलों में आजादी की लड़ाई के लिए क्रांति की अलख जगाने वाले रवींद्रनाथ टैगोर को आज पूरा देश याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। वहीं साहिबजादी बहन हनीप्रीत इन्सां ने रवींद्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘नोबेल पुरस्कार विजेता #रवींद्रनाथ टैगोर जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। किंवदंती ने कविता की दुनिया में एक आदर्श बदलाव लाया और उत्कृष्ट कृति, भारत के राष्ट्रगान की रचना की। वह हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे।
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