पशुओं के लिए 300 क्विंटल मक्की का अचार और पीड़ितों के लिए 100 पैकेट सूखा राशन व कपड़े बांटे
- तरनतारन के करीब 60 गांव बाढ़ की चपेट में | Tarn Taran News
तरनतारन/हरीके पत्तन (सच कहूँ/राजन मान)। होली सिटी टाऊनशिप एसो. अमृतसर बाढ़ (Flood) पीड़ितों की मदद के लिए आगे आई है और तरनतारन में नदी के साथ लगते दर्जनों गांवों में बाढ़ की मार से फसलें बर्बाद होने व घर से बेघर हुए इन गांवों में 300 क्विंटल मक्की का आचार और 100 पैकेट राशन और कपड़े बांटे गए हैं। टाऊनशिप एसो. ने द्वारा पहले भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 400 क्विंटल पशुओं का चारा व अन्य सामान बांटा गया था। तरनतारन के करीब 60 गांव इस समय बड़े स्तर पर बाढ़ की चपेट में हैं। Tarn Taran News
इस कारण इन गांवों के लोगों को अपने घरों को छोड़कर जाना पड़ा है। वहीं होली सिटी टाऊनशिप एसो. के सदस्यों ने वीरवार को गांवों में जाकर बेजुबान पशुओं के लिए चारा बांटा है और साथ ही 100 परिवारों को को राशन भी दिया गया है, जिसमें आटा, चीन, दाल सहित अन्य खाद्य पदार्थ शामिल हैं और वहीं बच्चों को भी कपड़े बांटे गए हैं।
पीड़ित परिवारों ने एसो.का किया धन्यवाद | Tarn Taran News
जानकारी देते एसो. के प्रधान राजन मान, सचिव विजय कुमार, वित्त सचिव गुरदेव सिंह माहल रिटायर्ड जनरल मैनेजर, राजबीर सिंह संधू, प्रोफैसर राजकरन सिंह रंधावा ने बताया कि एसो. ने यह महसूस किया कि पानी की मार नीचे आने से जहां धान की फसल का नुुक्सान हुआ है, वहीं किसानों के पशुधन के लिए भी हरे चारे की समस्या सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आई है।
उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से 300 क्विंटल मक्की का आचार और 100 पैकेट राशन आज नदी के साथ लगते गांवों घड़ुंम, गदाई ए घुल्लेवाला, कोटबुढ्ढा, कुत्तीवाला, डूंमनी वाला से लेकर मुट्ठ्यां वाली सहित दर्जनों गांवों के किसानों को बांटा गया है। उन्होंने कहा कि एक महीना पहले भी एसो. द्वारा इन गांवों में 400 क्विंटल पशुओं का चारा ओर अन्य सामग्री लोगों में बांटी गई थी। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम सभी का फर्ज बनता है कि हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हों और उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि इन परिवारों को आगे भी किसी वस्तु की जरूरत पड़ती है तो वह मदद करने को हमेशा तैयार हैं। Tarn Taran News
इस मौके पशुओं के आचार ले रहे युवाओं ने कहा कि अमृतसर से यहां पहुंचे होली सिटी टाऊनशिप एसो. के सदस्यों द्वारा जो सेवा की जा रही है। हम उनका तहेदिल से धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने आज दुख की घड़ी में हमारा साथ दिया है। उन्होंने बताया कि हमें सबसे अधिक जरूरत पशुओं के चारे की है क्योंकि हमारी जमीनें धुस्सी से पार होने के चलते पानी से खराब हो गई हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों के घर भी डूब गए हैं और वह टैंट लगाकर रह रहे हैं।
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