Summer Vacations: हनुमानगढ़ (सच कहूँ/हरजीत सिंह)। स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो चुके हैं लेकिन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर तीन से छह साल तक के मासूम बच्चों को बुलाया जा रहा है। वह भी तब जब अधिकतम तापमान अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। ऐसे में बच्चों के बीमार होने का खतरा मंडरा रहा है। प्रचण्ड गर्मी के बावजूद आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों के लिए पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। एक कमरे में चल रहे कई आंगनबाड़ी केन्द्रों के हालात तो यह हैं कि बच्चों को गर्म व गंदा पानी पीना पड़ रहा है। इस कारण अभिभावक भी अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र पर भेजने से कतरा रहे हैं।
अभिभावकों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार से मांग की है कि भीषण गर्मी के प्रकोप को देखते हुए आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों की भी छुट्टियां की जाएं। ग्राम पंचायत मक्कासर के एक केएनजी के आंगनबाड़ी केन्द्र बी की सहायिका गीता ने बताया कि वर्तमान में भीषण गर्मी का दौर जारी है। निजी-सरकारी विद्यालयों में तो ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो गए हैं लेकिन आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों की छुट्टियां नहीं की गईं। हालांकि गर्मी के मौसम में आंगनबाड़ी के बच्चों का समय साढ़े सात बजे से साढ़े नौ बजे कर दिया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्र में न तो पानी की सुविधा है और न ही शौचालय की। किसी के घर से पानी भरकर लाना पड़ता है। बच्चों को गर्म पानी पीना पड़ता है। एक पंखे के नीचे बच्चे बैठे रहते हैं। बच्चों के बीमार होने का खतरा रहता है।
आंगनबाड़ी केन्द्र में 3 से 6 वर्ष के बच्चे आ रहे हैं
उन्होंने अधिकारियों से मांग की कि आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों की भी छुट्टी की जाए। अभिभावकों ने बताया कि भीषण गर्मी के बावजूद आंगनबाड़ी केन्द्र पर कोई सुविधा नहीं है। इससे बच्चों के बीमार होने का डर रहता है। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करने की मांग की। आंगनबाड़ी केन्द्र ए की सहायिका ममता ने बताया कि उन्हें भी पड़ोस से पानी लेकर आना पड़ रहा है। आंगनबाड़ी केन्द्र पर लगा हुआ पंखा धीरे चलता है। टाउन शहर की बरकत कॉलोनी स्थित महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र 35 ए की कार्यकर्ता सीमा भाटी ने बताया कि स्कूल के बच्चों की छुट्टियां हो चुकी हैं। उनके आंगनबाड़ी केन्द्र में 3 से 6 वर्ष के बच्चे आ रहे हैं। इन बच्चों की भी छुट्टियां जरूरी हैं।
समय अवश्य बदला गया है लेकिन उन्हें सुबह 7 बजे से 11 बजे तक आंगनबाड़ी केन्द्र पर बैठना होता है। जिस समय तक बच्चों के सोने का समय होता है उस समय आंगनबाड़ी केन्द्र का समय है। सहायिका बुलाने जाती है तो बच्चे सो रहे होते हैं। गर्मी में पानी की सुविधा नहीं है। बच्चे बीमार हो रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि स्कूल के साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों की छुट्टियां भी की जाएं। वे अपना कार्य पूर्व की भांति करती रहेंगी। पोषाहार बच्चों के घर उपलब्ध करवा दिया जाएगा। टीकाकरण भी बच्चों को बुलाकर कर दिया जाएगा।
जयपुर स्तर पर किया आग्रह | Summer Vacations
महिला बाल विकास उपनिदेशक प्रवेश सोलंकी ने बताया कि वर्तमान में हीट वेव की स्थिति चल रही है। इसके चलते आंगनबाड़ी केन्द्रों का समय दो घंटे कम किया गया है। हीट वेव की स्थिति को देखते हुए जयपुर स्तर पर भी निवेदन किया गया है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले 3 से 6 साल के बच्चों की छुट्टियां की जाएं। निदेशालय स्तर से ही इस संबंध में आदेश जारी हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्र पर पानी व शौचालय की व्यवस्था जिला परिषद के सहयोग से करवाई जा रही है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालयों का निर्माण करवाया जा रहा है। पानी के कनेक्शन की व्यवस्था करवाई जा रही है। कोई भी आंगनबाड़ी केन्द्र खुले में नहीं चल रहा। Summer Vacations
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