पिहोवा :- अंबाला हिसार नेशनल हाईवे 152 पर स्थित अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल पिहोवा में धूमधाम के साथ होली का पर्व मनाया गया। स्कूल चेयरपर्सन पूनम काहड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को जल के प्रति जागरूक करना था क्योंकि अक्सर देखा जाता है की होली वाले दिन छोटे-छोटे बच्चे नल को खुला छोड़ देते हैं जिससे पानी की बहुत बर्बादी होती है तो उन सभी बच्चों को समझाया गया है कि जल को व्यर्थ ना बहाएं और हो सके तो रंगों व फूलों की होली खेलें । इसके अलावा जल बचाओ, जीवन बचाओ थीम विषय को भी इसमें शामिल किया गया। डायरेक्टर जन्नत काहड़ा ने कहा कि होली प्रेम और उल्लास का प्रतीक है।
सभी को संकल्प लेना चाहिए कि इस पावन पर्व पर हुड़दंग मचाने की बजाय फूलों और गुलाल का टीका लगाकर होली मनाएं। स्कूल प्रधानाचार्य शोबे मैथ्यू ने कहा कि केमिकल युक्त रंगों से बचना चाहिए क्योंकि इसे हमें त्वचा संबंधित नुकसान हो जाता है एलर्जी हो जाती है तो हमें फूलों व केमिकल युक्त रंगों से ही होली खेलनी चाहिए l एमडी विपिन काहड़ा ने कहा कि हमारी संस्कृति और पर्व प्रेम आपसी भाईचारे का संदेश देते हैं। भारत की इसी संस्कृति को कायम रखते हुए आगे बढ़ाना सभी का दायित्व है। इसलिए युवा पीढ़ी की हुड़दंग से दूर रहते हुए पारंपरिक तरीके से इस पर्व को मनाना चाहिए। डायरेक्टर साहिल कड़ा ने बताया कि आज सभी बच्चों और स्कूल के अध्यापकों के साथ फूलों और रंगों के साथ पानी रहित होली खेली गई बच्चों के साथ होली खेल कर बहुत ही आनंद आया नन्हे मुन्ने बच्चों के रंग बिरंगी भोली सूरत सबका मन मोह रही थी I छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों को देखकर बचपन के वह दिन ताजा हो गए जब वह खुद भी बच्चों के साथ होली खेला करते थे l इस अवसर पर उपस्थित सभी अध्यापकों व बच्चों ने फूलों के साथ होली खेलकर एक दूसरे को इस पावन पर्व की शुभकामनाएं दी।