खरखौदा (सच कहूँ/हेमंत कुमार)। रोहतक मार्ग पर स्थित बिरला इंटरनेशनल स्कूल में हिंदी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक प्रवीण कुमार डागर व प्रधानाचार्य दिनेश शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में बच्चों ने हिंदी प्रार्थना तू प्यार का सागर है प्रस्तुत की। छात्रा नीतिका, वंशिका व अंशु ने हिंदी विषय पर कविता, कहानी व निबंध पर प्रकाश डाला। दसवीं कक्षा की छात्रा वंशिका ने आधुनिक नारी की स्थिति विषय पर कविता सुनाई तो वहीं पर तीसरी और चौथी कक्षा के नन्हे मुन्ने छात्रों ने भी हमारी भाषा कैसी है कितनी मधुर भाषा है विषयों पर कविता गायन किया। Kharkhoda News
हिंदी अध्यापिका गीता ने हिंदी के वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालकर बच्चों को हिंदी भाषा के प्रति रूझान बढ़ाने का आग्रह किया वहीं पर अध्यापिका अंजू ने अपने गीत के माध्यम से हिंदी को अपनी भावनाएं समर्पित की। प्राचार्य दिनेश शर्मा ने कहा कि बच्चों को अपनी भाषा के प्रति सम्मान रखना चाहिए। भाषा कोई भी छोटी या बड़ी नहीं होती जिस भाषा में हम अपने विचार बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सके वही भाषा हमारे लिए सर्वोत्तम होती है। उन्होंने बच्चों को और समस्त अध्यापक गणों को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दी। निदेशक प्रवीण कुमार डागर ने अपनी कविता तुम मुझे कब तक रोकोगे के माध्यम से बच्चों को आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया। कार्यकारी अधिकारी सिकंदर दहिया ने अपने जीवन में हिंदी को अपनाना बहुत जरूरी है। Kharkhoda News
उन्होंने बताया कि किसी के ज्ञान का आकलन हम भाषा या वेशभूषा के माध्यम से नहीं कर सकते | व्यक्ति की पहचान उसका ज्ञान होता है इसलिए हमें जीवन में अपनी मातृभाषा और अपनी सादगी दोनों को ही उचित स्थान देना चाहिए। इस मौके पर अध्यापिका गीत ,पूनम व अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे। खांडा मार्ग पर स्थित कल्पना चावला विद्यापीठ में हिंदी दिवस मनाया गया। हिंदी अध्यापिका मधुबाला ने कहा कि हमें हिंदी का सम्मान करना चाहिए बाकी भाषाओं को भी बोलना चाहिए परंतु हिंदी बोलते समय हमें किसी भी प्रकार की शर्म नहीं आनी चाहिए हिंदी भाषा में बात करना एक गौरव की बात है हिंदी अध्यापिका अनीता ने कहा कि 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने यह निर्णय लिया की हिंदी केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषा होगी। Kharkhoda News
क्योंकि भारत में अधिकतर क्षेत्रों में हिंदी भाषा बोली जाती थी ।इसलिए हिंदी को राज्य भाषा बनाने का निर्णय लिया, और इसी निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने तथा हिंदी को प्रत्येक क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए मनाया जाता है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्थापित करवाने के लिए काका कालेलकर, हजारी प्रसाद द्विवेदी ,सेठ गोविंद दास और साहित्यकारों को साथ लेकर राजेंद्र सिंह ने अथक प्रयास किए थे। इस अवसर पर स्कूल निदेशक धर्मराज खत्री ,प्रिंसिपल उषा वत्स स्टॉप सदस्य मौजूद रहे। इसके अलावा सिसाना के स्वामी दयानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल, थाना खुर्द के द स्टैनफोर्ड स्कूल, प्रताप स्कूल मैं हिंदी दिवस मनाया गया। Kharkhoda News
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