शिमला (एजेंसी)। खालिस्तान समर्थकों की धमकी के बाद हिमाचल प्रदेश पुलिस ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री की सुरक्षा बढ़ा दी है। खलिस्तानी समर्थक सिख इंटरनेशनल काउंसिल संगठन के रिकॉर्ड संदेश की तीन कॉलों के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा 15 अगस्त को मुख्यमंत्री ध्वजारोहण समारोह को रोकने के कथित खतरे को दूर करने के लिए बहुआयामी रणनीति बनाने का फैसला किया है। (Himachal Pradesh Police Alert) पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने केंद्रीय एजेंसियों के हिमाचल के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सुरक्षा को बढ़ा दिया है।
इसके साथ ही साइबर क्राइम पुलिस को मामले की जांच दे दी है। कुंडू ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को संवेदनशील क्षेत्रों व प्रोजेक्टों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा दिया गया है। साथ ही प्रदेश में आने वाले हर वाहन की चेकिंग भी की जाएगी। सीमांत इलाकों में पुलिस टीमें गश्त भी करेंगी। सीमांत जिलों के एसपी पड़ोसी राज्यों के सीमांत जिलों के पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में सामंजस्य बैठाएंगे।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि शिमला के कुछ मीडियाकर्मियों को विदेशों में खालिस्तानी समर्थक तत्वों का प्री-रिकॉर्डेड संदेश मिला है। जिसमें मुख्यमंत्री को धमकी दी गई है कि 15 अगस्त को तिरंगा नहीं फहराने देगें। इस मामले को लेकर हिमाचल पुलिस सतर्क हो गई है और कथित धमकी की जांच सीआईडी की साइबर सेल को सौंप दी गई है। पुलिस ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय प्रसारण कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि अंतर्राज्यीय सीमाओं पर आने वाले वाहनों की सघन जांच के आदेश जारी कर दिये है। प्रदेश में सुरक्षा और कानून व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।