Haryana & Punjab Weather Today: हिसार। सच कहूँ/संदीप सिंहमार। सावन का महीना मानसूनी बारिश का पीक महीना माना जाता है, परंतु इस बार सावन के पहले 3 दिन भी सूखे बीत चुके हैं। हरियाणा व पंजाब में छिटपुट बूंदाबांदी को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी ऐसी बरसात नहीं हुई जिससे खरीफ की फसलों को फायदा मिल सके। भारत मौसम विभाग की वेधशाला में दर्ज आंकड़ों के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून प्रवेश करने के बाद से लेकर अब तक हरियाणा में जहां 36 फीसदी तो पंजाब में 49 बारिश कम हुई। वर्तमान दौर में कम बारिश होने से सीधे तौर पर एक तरफ जहां फसलों को नुकसान पहुंचा है वहीं दूसरे और ह्यूमस भरी गर्मी बनी हुई है। Haryana-Punjab Weather News
हरियाणा के महेंद्रगढ़,चरखी-दादरी,रेवाड़ी उत्तर हरियाणा के कुछ हिस्से को छोड़कर शेष हरियाणा में सूखे जैसे हालात बने हुए हैं यही स्थिति पंजाब की है। पंजाब के रूपनगर,शहीद भगत सिंह नगर,मोहाली फतेहगढ़ साहिब,फिरोजपुर व बठिंडा में सूखे की स्थिति बनी हुई है। लेकिन दूसरी ओर पठानकोट तरणतारण,मानसा व संगरूर में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। इसी प्रकार शुरूआती दौर में हिमाचल प्रदेश में चाहे बारिश हुई हो लेकिन वर्तमान में हिमाचल में भी बारिश का इंतजार हो रहा है। हिमाचल में बारिश कम होने के कारण विशेष कर बागवानी करने वालों की चिंताएं बढ़ती जा रही है।
साइक्लोनिक सकुर्लेशन लाएगा बारिश | Haryana-Punjab Weather News
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून ट्रफ की अक्षय रेखा दक्षिण से अब सामान्य स्थिति उत्तर की तरफ बढ़ने से अरब सागर की तरफ से मानसूनी हवाएं आने से मानसून में सक्रियता बढ़ने के आसार हैं। अगले दो दिनों में पंजाब के ऊपर एक और साइक्लोनिक सकुर्लेशन बनने से बंगाल की खाड़ी की तरफ से भी मानसूनी हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। जिससे हरियाणा राज्य में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना बन रही है। 25 व 26 जुलाई को कहीं कहीं हल्की बारिश परंतु 27 जुलाई से 30 जुलाई के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना बन रही है। बीच बीच में तेज हवाएं चलने की संभावना है,जिससे दिन के तापमान में गिरावट रहने की संभावना है।