Haryana, Punjab, UP, Rajasthan Weather Update: मौसम डेस्क,संदीप सिंहमार। दक्षिण पश्चिम मानसून एक बार फिर उत्तर भारत के साथ-साथ पूर्वी राज्यों में भी सक्रिय होने वाला है। इन दिनों में होने वाली बारिश से जहां हरियाणा,पंजाब राजस्थान व उत्तर प्रदेश में गर्मी से राहत मिलेगी वहीं फसलों को भी विशेष फायदा मिलने की उम्मीद है। भारत मौसम विभाग व निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक अगले एक सप्ताह में मानसून की गतिविधि काफी हद तक उत्तरी मैदानी इलाकों और पूर्वी राज्यों तक ही सीमित रहेगी। पिछले सप्ताह उत्तर भारत के मैदानी इलाकों, इंडो-गंगा के मैदानों,बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में मौसमी बारिश सामान्य से कम रही है।
अब आगामी दिनों में बारिश एक सप्ताह तक अधिकांश हिस्सों में बारिश की कमी को पूरा कर सकती है। इसके अलावा इस दौरान मध्य और दक्षिण प्रायद्वीप को छोड़कर तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति के करीब बनी हुई है। सतह यह गंगानगर, दिल्ली, ग्वालियर, सतना, डाल्टनगंज, दीघा और फिर पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी से होकर गुजर रही है। यह सक्रिय मानसून स्थितियों के लिए मुख्य ट्रिगर है। ट्रफ में दो चक्रवाती परिसंचरण समाहित हैं, जो बिना किसी अधिक उतार-चढ़ाव के मानसून ट्रफ को बनाए रखने में सहायक हैं। Weather Update
राजस्थान पर बना चक्रवाती परिसंचरण | Weather Update
पिछले कुछ दिनों से पूर्वोत्तर राजस्थान पर एक चक्रवाती परिसंचरण, उत्तरी झारखंड और दक्षिणी बिहार पर एक चक्रवाती परिसंचरण लगातार बना हुआ है। इन परिसंचरणों के मानसून ट्रफ में समाहित होने की संभावना है। इसके बाद और एक विस्तृत पूर्व-पश्चिम अक्ष अगले 5 दिनों तक राजस्थान से पश्चिम बंगाल तक चलेगा। इसके बाद राजस्थान से पश्चिम बंगाल तक एक पूर्व-पश्चिम धुरी बनेगी। जिससे इस सप्ताह के दौरान राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय रहेगा। इस दौरान मध्यम से भारी बारिश आने की संभावना है।
बारिश की कमी होगी पूरी,मिलेगी राहत | Weather Update
उत्तर व पूर्वी राज्यों के कई भागों में भारी बारिश और कुछ जगह गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। ये वे क्षेत्र हैं जहां मॉनसून की बारिश की सबसे अधिक आवश्यकता है, ताकि पहले हुई मौसमी कमी को पूरा किया जा सके। अब तक पंजाब और बिहार में 40 और 22 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। जबकि बिहार में कमी की भरपाई हो सकती है। वहीं पंजाब को इस अंतर को पूरा करने के लिए अभी और बारिश की आवश्यकता है।
मानसून पूवार्नुमान
इस सप्ताह के आखिर तक बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके बाद, पूर्वोत्तर राजस्थान का परिसंचरण 17 अगस्त को पश्चिमी राजस्थान की तरफ शिफ्ट हो जाएगा औऱ बाद में सीमा पार कर जाएगा। अन्य परिसंचरण मानसून ट्रफ में विलीन हो जाएगा। वहीं, दूसरा परिसंचरण मानसून ट्रफ में विलीन हो जाएगा। जैसे ही यह स्थिति बनेगी, मानसून ट्रफ उत्तर की ओर पहाड़ियों के करीब शिफ्ट होने की प्रवृत्ति दिखाएगी। ज्ञात रहे कि मौसम मॉडल की सटीकता लगभग 4-5 दिनों के बाद कम हो जाती है। इसलिए इस पूवार्नुमान को प्रमाणित करने के लिए या जरूरत पड़ने पर इसे फिर जांचने के लिए एक नई समीक्षा की जाएगी। अभी तक के मौसम पूवार्नुमान के अनुसार अगस्त के बचे हुए दिनों में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। जिन राज्यों में बारिश अभी तक कम हुई है, वहां बारिश की पूर्ति हो सकती है। जहां बारिश पहले से ही गतिमान है, वहां निचले इलाकों में पानी भी भर सकता है।