महाराष्ट्र में भारी बारिश, जन जीवन अस्त व्यस्त, हरियाणा-पंजाब में भारी बारिश का अनुमान

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औरंगाबाद (एजेंसी)। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में नांदेड, हिंगोली और परभणी पिछले दो दिनों से बारिश जारी है और मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में 38.6 मिमी बारिश हुई। संभागीय आयुक्त कार्यालय से शनिवार को यह जानकारी दी गयी। आयुक्त ने बताया कि भारी बारिश के कारण नांदेड़ और हिंगोली जिला के लोगों को जलजमाव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 48 घंटों में पूरे क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी दी है। हिंगोली जिले का कुरुंगा गांव बहुत भारी बारिश के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जिला प्रशासन को जिले में बारिश से प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत और बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया।

कार्यालय के अनुसार, हिंगोली में सबसे अधिक 66.7 मिमी, नांदेड़ में 58.8 मिमी और परभणी में 50 मिमी, बीड जिले में 35.5 मिमी, उस्मानाबाद में 35.4 मिमी, लातूर में 33.6 मिमी, जालना में 19.3 मिमी और औरंगाबाद में सबसे कम 12.8 मिमी तक वर्षा हुई है। मराठवाड़ा क्षेत्र के आठ जिलों में 241 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई, जो अपेक्षित वर्षा का 127 प्रतिशत और वार्षिक वर्षा का 38.6 प्रतिशत है। राज्य भर में बांधों और जल संसाधनों को जल संग्रहित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

मौसम विभाग ने तेलंगाना के कई जिलों के लिए जारी किया रेड और आॅरेंज अलर्ट

दक्षिणी राज्य तेलंगाना में मौसम विभाग ने यहां के नौ जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है, जिनमें अगले 24 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। राज्य में कोमाराम भीम आसिफाबाद, मंचेरियल, निर्मल, निजामाबाद, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, महबूबाबाद, वारंगल (ग्रामीण) और वारंगल (शहरी) जिलों के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।

मौसम विभाग ने अपनी एक स्पेशल रिपोर्ट में राज्य के 11 जिलों के लिए ‘आॅरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए कहा कि आदिलाबाद, जगतियाल, राजन्ना सिरसिल्ला, करीमनगर, पेद्दापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली, सिद्दीपेट, यादाद्री भुवनगिरी, रंगारेड्डी, हैदराबाद, मेडचल-मलकाजगिरि के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं। इसमें कहा गया कि तेलंगाना के शेष जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है। उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर दक्षिणी ओडिशा, उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, जिसका ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकाव है।

इसी के साथ मॉनसून ट्रफ अब जैसलमेर, कोटा, जबलपुर, रायपुर, भुवनेश्वर और उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर से होकर गुजरेगी और वहां से पूर्व में बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी तक जाएगी। यह समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है। पूर्व-पश्चिम शियर जोन अब अक्षांश 19 डिग्री उत्तर प्रायद्वीपीय में औसत समुद्र तल से 3.1 किमी और 5.8 किमी के बीच में ऊपर तक फैला हुआ है, ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुक रहा है। मौसम विभाग ने 10 और 11 जुलाई के लिए राज्य में ‘आॅरेंज और येलो अलर्ट’ जारी किया था। इसके अलावा, आदिलाबाद, कोमाराम भीम आसिफाबाद, मंचेरियल, निर्मल, जगतियाल और राजन्ना सिरसिला जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। तेलंगाना के निजामाबाद, करीमनगर, पेद्दापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, खम्मम, नलगोंडा, सूर्यपेट, नागरकुरनूल जिलों के अलग-अलग स्थानों पर भी भारी बारिश होने के आसार हैं।

पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में बारिश का अनुमान

विभाग ने कहा कि होशियारपुर, नवांशहर, रोपड़, लुधियाना, जालंधर और पंजाब के कई अन्य शहरों में 9 जुलाई से 10 जुलाई के बीच भारी बारिश होने की संभावना है, वहीं हरियाणा के कई शहरों में भी मूसलाधार बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अतिरिक्त पानी की निकासी के उपाय करें और इसे खेतों में जमा न होने दें, ताकि अति-हाइड्रेशन और तेज हवाओं के कारण धान की खेती को होने वाले नुकसान से बचा जा सके।

यूपी में कमजोर पड़ गया मॉनसून

वहीं उत्तर प्रदेश में बीते 5 दिनों मानसून कमजोर पड़ गया है। यूपी के ज्यादातर जिलों में लोग गर्मी और उमस से जूझ रहे हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने 10 जुलाई को पश्चिमी यूपी में बारिश की संभावना जताई है।

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