गत दिवस हुई बरसात से बठिंडा के कई क्षेत्रों में भरा घुटनों तक पानी
बठिंडा(अशोक वर्मा)। पूर्व कौंसलर विजय कुमार शर्मा ने बरसात उपरांत जमा पानी की निकासी संबंधी पंजाब सरकार पर चोट करने के लिए आज लाईनों पार क्षेत्र में एक प्राईवेट किश्ती चलाई यहां लाईनों पार क्षेत्र में डेढ़ से दो-दो फुट पानी भर गया है। रोचक तथ्य है कि पूर्व कौंसलर पहले यही चोटें अकाली सरकार पर किया करते थे। उन्होंने 28 अगस्त 2012 को अकाली सरकार के समय पर भी विद्यार्थियों को किश्ती में बिठाकर उनके घर छोड़ा था। शर्मा इस समय पर अकाली दल में हैं और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने उनको केंद्रीय रेलवे बोर्ड में पद दिया हुआ है इसी कारण आज जब पंजाब में कांग्रेस सरकार सत्ता में है तो शर्मा ने पानी की निकासी न होने के कारण कांग्रेस सरकार को निशाना बनाया।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस सुबह बठिंडा की कई स्थानों पर 10 एम एम वर्षा रिकार्ड की गई है। बठिंडा व आसपास के क्षेत्रों में काफी बरसात हुई, जिस कारण शहर के पर्स राम नगर, प्रताप नगर, अमरीक सिंह रोड, माल रोड, सौ फूटी रोड, भागू रोड, पॉवर हाऊस रोड के क्षेत्रों में पानी भर गया। जिला प्रशासन द्वारा शहर को 15 सैक्टरों में बांटा ाया है परंतु फिर भी पानी की निकासी का उपयुक्त प्रबंध नहीं है। सुबह के समय हुई बरसात के कारण पर्स राम नगर वाले घरों और दुकानों के आगे दो -दो फुट पानी है और यातायात ठप्प रहा। इस क्षेत्र में बहुत से घरों में भी पानी दाखिल हो जाता है, जिस कारण पूर्व कौंसलर ने एक किश्ती का प्रबंध किया हुआ है।
संबंधित विभाग ने नहीं किए बरसात के पानी की निकासी के प्रबंध
शर्मा ने आज कहा कि सरकार प्रशासन इस मामले में पूरी तरह फेल साबित हुई है। रविवार को वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल द्वारा फटकार का भी आधिकारियों पर कोई प्रभाव दिखाई नहीं दिया है। सूत्र बताते हैं कि सीवरेज बोर्ड और नगर निगम के आधिकारियों में बनती नहीं है। नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि शहर का 90 प्रतिशत सीवरेज ब्लॉक है व सीवरेज बोर्ड के अधिकारी उनकी सुनते नहीं निष्कर्ष के तौर पर महिला थाना, पॉवर हाऊस रोड आज भी जोहड़ बने रहे हैं।
बरसात के कारण शहर के काफी भागों में स्कूली बच्चों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कुछ मौहल्लों में तो लड़कियां घुटने-घुटने पानी में से घरों को लौटी। यही नहीं प्रशासन की ढ़ीली कार्रवाई के कारण लोगों को पानी में खुद उतरना पड़ रहा है बठिंडा प्रशासन के पास कंडम किश्तियां हैं व चप्पू भी टूटे हुए हैं। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ रोकू कंट्रोल रूम तो बना दिया जाता है परन्तु प्रशासन के पास बनावटी सामान पूरा नहीं है।
पूर्व सरकार ने बठिंडा की झीलों में किश्तियां तो चला दी हैं परंतु बाढ़ रोकू प्रबंधों के अंतर्गत जिले में कोई नयी किश्ती नहीं भेजी है। बठिंडा जिले में जब भी बरसात होती है तो शहर में बाढ़ जैसी स्थिति बनती है। मामले संबंधी पक्ष जानने के लिए संपर्क करने पर डिप्टी कमिशनर उपलब्ध नहीं हुए जबकि नगर निगम के कमिशनर रिशीपाल सिंह ने फोन नहीं उठाया।
डिस्पोजलों के बावजूद निकासी का बुरा हाल
सीवरेज व बरसाती पानी के निकासी के लिए नगर निगम द्वारा डेढ़ दर्जन के करीब डिस्पोजल बनाए गए हैं। इनमें चार डिस्पोजल आवा बस्ती, अमरीक सिंह रोड, डिप्टी कमिशनर की रिहायश समीप व अग्रवाल कालोनी में हैं, जो कि बरसात के लिए विशेष तौर पर बनाए ाए हैं इससे आधार संजय बस्ती, हरबंस नगर, पर्स राम नगर चौक, आलम बस्ती, ठंडी सड़क, संगूआना बस्ती, जनता नगर, अमरपुरा बस्ती में भी डिस्पोजल हैं। निगम द्वारा पानी खींचने के लिए दो दर्जन से ज्यादा मोटरों लगाईं गई हैं, जिन को लगातार चालू रखने के लिए जनरेटर भी हैं परंतु पानी की समस्या डिस्पोजलों वाले क्षेत्रों में भी है
पानी की निकासी जल्द ही: मेयर
नगर निगम बठिंडा के मेयर बलवंत राय नाथ ने कहा कि समस्या वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी शुरू करवा दी गई है और अगर बरसात न हुई तो जल्द ही स्थिति पहले की तरह ही जाएगी।
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