सच कहूँ/संदीप सिंहमार।
हिसार। हरियाणा सहित संपूर्ण उत्तर भारत में मौसम परिवर्तनशील हो गया है। शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली वह साथ लगते हरियाणा के जिलों में बारिश होने के बाद शनिवार सुबह भी हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, कैथल, करनाल, पानीपत व हिसार सहित विभिन्न जिलों में मध्यम स्तर की बारिश हुई। पानीपत में यमुनानगर में बारिश के कारण जलभराव की स्थिति बन गई तो हिसार भिवानी जिले में हल्की बूंदाबांदी ही हुई। एक दिन पहले ही बदले मौसम के मिजाज के कारण तापमान में जहां गिरावट दर्ज की गई वहीं ह्यूमस से भी छुटकारा मिला। सिंचाई की कमी से सूखने के कगार पर पहुंची धान और गन्ने की फसल को भी इस हल्की बारिश से संजीवनी मिली।
मौसम विभाग के अनुसार 23 अगस्त तक मौसम इसी तरह परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली व उत्तर प्रदेश सहित संपूर्ण उत्तर भारत में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना बनी रहेगी। आगामी 2 दिनों तक विशेषकर उत्तर व दक्षिण पूर्व हरियाणा में तेज बारिश का संजोग भी बन सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार वर्तमान में हो रही बारिश विशेषकर धान में गन्ने की फसल के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। इस बारिश के बाद फसली बीमारियों में भी कमी आएगी।
इन राज्यों में भी बारिश की संभावना
भारत मौसम विभाग के अनुसार अगले आगामी तीन दिनों के दौरान दौरान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है।
हरियाणा में 23 अगस्त राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाओं व गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। जिससे दिन के तापमान में गिरावट होने की संभावना है। इस दौरान उत्तरी व दक्षिण पूर्व हरियाणा के कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी बनी रहेगी।
-मदन लाल खीचड़
विभागाध्यक्ष, कृषि मौसम विभाग हकृवि हिसार।