haryana-punjab weather Today: संदीप सिंहमार, मौसम डेस्क। उत्तर भारत में मानसून एक बार फिर से आ गया है। हालांकि पंजाब के ऊपर एक चक्रवर्ती है परिसंचरण बनने की वजह से बंगाल की खाड़ी की तरफ से मानसूनी हवाएं उत्तर भारत की तरफ आने की संभावना है। भारत मौसम विभाग के चंडीगढ़ मौसम विज्ञान केंद्र से जारी हुए नवीनतम मौसम बुलेटिन के अनुसार आगामी दो दिनों तक हरियाणा के महेंद्रगढ़,रेवाड़ी मेवात जिलों में माध्यम से तेज बारिश हो सकती है। इसी प्रकार पंजाब के पठानकोट,होशियारपुर,गुरदासपुर में नवां शहर में बारिश की संभावना है। जबकि जिलों को भी 11 अगस्त तक बारिश का इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विभाग की माने तो हरियाणा पंजाब में 13 अगस्त तक फिर से मौसम बदलने के आसार हैं। वहीं मौसम विभाग ने हरियाणा के 5 शहरों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन शहरों में यमुनानगर, महेन्द्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पलवल शामिल है।
पूर्वी राजस्थान में जारी रहेगी बारिश | Haryana-Punjab Weather
इस दौरान राजस्थान के पूर्वी इलाकों में बारिश का दौरा अगले एक सप्ताह तक भी जारी रहने की संभावना है। मानसून ट्रफ उत्तर की तरफ सामान्य स्थिति में आने से हरियाणा राज्य में मानसूनी बारिश की गतिविधियों में 31 जुलाई से लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के दर्ज आंकड़ों के अनुसार 1 जून से लेकर 2 अगस्त के दौरान हरियाणा राज्य में 162.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य बारिश (217 मिलीमीटर) से अब तक 25% कम हुई है।
मानसून ट्रफ की अक्षय रेखा सामान्य स्तिथि उत्तर की तरफ बने रहने से मानसून में सक्रियता कल 3 अगस्त तक बने रहने से राज्य के ज्यादातर स्थानों पर कल 3 अगस्त को बारिश की संभावना है परंतु 4 अगस्त से मानसून की सक्रियता में थोड़ी कमी आने की संभावना है। परंतु पंजाब के ऊपर एक और साइक्लोनिक सकुर्लेशन बनने से बंगाल की खाड़ी की तरफ से मानसूनी हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना भी है। जिससे हरियाणा व पंजाब राज्य में ज्यादातर 9 अगस्त के दौरान हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना बन रही है। इस दौरान बीच बीच में तेज हवाएं चलने की संभावना है जिससे दिन के तापमान में गिरावट रहने की संभावना है।
दो महीनों में सामान्य से अभिक होगी बड़ी
मौसम विभाग की मानें तो भारत में अगस्त और सितंबर में भी सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के कहा है कि अगस्त के अंत तक अल-नीना की अनुकूल स्थितियां देखने को मिल सकती हैं। भारत में कृषि के लिए मॉनसून बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि कुल खेती योग्य भूमि का 52 प्रतिशत हिस्सा बारिश पर निर्भर है, हालांकि कई हिस्सों में भारी बारिश तबाही भी लेकर आई है।