गर्मी का कहर: बठिंडा पट्टी ने पीछे छोड़ा जयपुर-जैसलमैर

Heat woes: Bathinda Patti leaves behind Jaipur-Jaisalmer

आगामी 24 घंटों में बठिंडा, श्री मुक्तसर साहब,फरीदकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर व मोगा जिलों में गर्म हवाएं चलने का अनुमान

  •  बठिंडा क्षेत्र में अब तक गर्मी से दो लोगों की मौत

बठिंडा(अशोक वर्मा)। बठिंडा शहर में पड़ रही भयानक गर्मी ने राजस्थान के सबसे गर्म माने जाते शहरों को पीछे छोड़ दिया है। बठिंडा में तो इससे पहले गर्मी के साथ दो मौतें भी हो चुकी हैं। आज तो पूरा दिन बठिंडा जिला तंदूर की तरह तपता रहा। आज बठिंडा का अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्शियस दर्ज किया गया है। पिछले वर्ष आज के दिन बठिंडा का अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री दर्ज किया गया था। आज राजस्थान के जयपुर व जैसलमेर का तापमान बठिंडा की अपेक्षा कम क्रमवार 44 व 45 डिग्री रहा है।  केवल राजस्थान के बीकानेर ने आधी डिग्री अधिकतम 46 डिग्री के साथ बठिंडा क्षेत्र को पछाड़ा है।

  •  बठिंडा में दर्ज किया गया 45.5 डिग्री सेल्शियस अधिकतम तापमान

आज देर शाम तक भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल सकी। बठिंडा में न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री रहा है। पिछले दो दिनों से तपिश बढ़ने लगी है जबकि इससे पहले तकरीबन मौसम ठीक रहा है। पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी क्षेत्रीय केंद्र बठिंडा के मौसम विभाग के विशेषज्ञ डॉ. सुरेन्द्र कुमार का कहना है कि आज बठिंडा का अधिकतम तापमान बुधवार की अपेक्षा करीब डेढ़ डिग्री सैल्सियस अधिक रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी 24 घंटों में बठिंडा, श्री मुक्तसर साहब,फरीदकोट, फाजिल्का,फिरोजपुर व मोगा जिलों में गर्म हवाएं चलने का अनुमान है जिससे गर्मी में और भी तेजी आ सकती है।

  • गर्मी में शीतल पेय पदार्थों की बढ़ी ब्रिकी

विवरणों अनुसार इस बार गर्म मौसम मार्च में भी अपना रंग दिखा चुका है जबकि अप्रैल व मई माह के कुछ दिन ठंडे भी रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जून में गर्मी आम की अपेक्षा काफी अधिक पड़ सकती है। घरों में दुबके लोग, बाजारों में कम हुई रौणक  जिला प्रशासन भी अपने तरफ से गर्मी से बचाव के लिए लोगों के लिए प्रबंध कर रहा है और सामाजिक संस्थाएं भी अपने स्तर पर प्रबंध करने में जुटी हुई हैं आज तो यह भी देखने में आया है कि 12 बजे के बाद तो बाजारों में भी चहल-पहल ही नहीं थी।

धोबी बाजार के एक दुकानदार ने बताया कि पिछले तीन चार दिनों से लोग शाम के समय ही मुश्किल से घर से निकलने लगे हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी कारण उनके पास रखी कई तरह की खाने वाली वस्तुओं की बिक्री बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इस मौके अधिकतर बिक्री एयर कंडीशनर व कूलर के अलावा पीने वाले ठंडे पदार्थों की है।

  • मरीजों की संख्या में भी हुआ विस्तार

सिविल अस्पताल बठिंडा के पूर्व मैडीकल अधिकारी डा. परमिन्दर बांसल का कहना था कि गर्मी दौरान फूड पुआइजनिंग व पेट दर्द के मामलों में काफी विस्तार हुआ है उन्होंने कहा कि इस मौसम में अधिक से अधिक पीने की जरूरत है। उन्होेंने बच्चों, बुजुर्गोंं व गर्भवती महिलाओं को तीखी धूप में बाहर निकलने और खाने पीने वाली बिना ढ़की वस्तुआेसे गुरेज करने की सलाह दी है।

 

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