नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत में भारी बारिश (Heavy Rain) हो रही है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र सहित देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में भारी से मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना को लेकर ‘आॅरेंज अलर्ट’ जारी किया है। दिल्ली में रविवार सुबह की शुरूआत बारिश के साथ हुयी। यहां पिछले 24 घंटों में 153 मिमी बारिश हुई, जो 41 साल में एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड है। इससे पहले 25 जुलाई 1982 को यहां 169.9 मिमी बारिश हुई थी।
उत्तराखंड, हरियाण, पंजाब में रेड अलर्ट जारी है। वहीं हिमाचल के मंडी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया गया है, जिसकी तस्वीरें सामने आई हैं। जानकारी के अनुसार, कुछ लोग मंडी जिले के नगवैन गांव में फंसे हुए थे। जिनकी मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू करना पड़ा। वहां फंसे हुए लोगों को रस्सी से नदी पार करके निकाला गया, इस रेस्क्यू आॅपरेशन की गजब की फोटों सामने आईं हैं।
तीस घंटों से इंद्रदेव का प्रकोप जारी, नदी-नालों, खड्डो ने धारण किया रौद्र रूप
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में पिछले 30 घंटे से हो रही बारिश (Heavy Rain) के चलते हालात बद से बदतर होते जा रहे है। खड्डे और नाले उफान पर है। वहीं 75 सहायक खड्डो और नालों से मिलकर बहने वाली स्वां नदी ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है। सभी क्षेत्रों में हालत यह है कि घर, दुकान, व्यापारिक प्रतिष्ठान, खेत, सड़कें, मैदान हर तरफ जलमग्न है। घरों तथा दुकानों में जलभराव के चलते कईयों की नींद उड़ गई और लोग रात-रात भर पानी को निकालने में डटे रहे।
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हालत ऐसी है कि बाढ़ (Flood) के खतरे को देखकर कई जगह पर लोगों ने रात भर पहरा देकर काटी है। वहीं, सड़कों पर भी जलभराव ने यातायात को बाधित किया। कई क्षेत्रों में सड़कों पर पानी के तेज बहाव के चलते यातायात व्यवस्था बाधित हुई और दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई। शहर हो या गांव हर जगह बरसाती पानी ने जमकर तबाही मचाई है। एक ओर अग्निशमन विभाग की टीमें दिनभर गाड़ियां लेकर लोगों के घरों और दुकानों से बरसाती पानी निकालने में जुटे रही तो दूसरी तरफ स्थानीय लोग भी अपने अपने स्तर पर राहत के कार्यों में लगे हुए है। स्थानीय लोगों की माने तो शनिवार से लगातार हो रही इस बार बारिश ने बहुत कहर बरपाया है।
हर जगह तबाही ही तबाही नजर आ रही है। वहीं डी राघव शर्मा ने भारी मुसीबत को देखते हुए अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाकर नुकसान की समीक्षा की। बचाव कार्यो को लेकर भी निर्देश जारी किए गए। उपायुक्त ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन का हेल्पलाइन नंबर 1077 आॅपरेशनल है और कोई भी व्यक्ति आपात स्थिति में इस नंबर पर फोन करके मदद मांग सकता है। अभी तक जिला प्रशासन के पास 57 कॉल मदद के लिए आ चुके हैं, जबकि जिला मुख्यालय के समीप रामपुर और नंगड़ा में कुछ लोगों को रेस्क्यू भी किया गया है। डीसी ने कहा कि बारिश के ऐसे हालातों के बीच कोई भी व्यक्ति नदी नालों के समीप बिल्कुल भी न जाए।
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