आओ सब मिलकर एक मुहिम चलाएं, आने वाले भविष्य को तंदुरूस्त बनाएं
- आओ मिलकर चलाएं अभियान, कुपोषण से न जाए कोई जान
बरनावा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर हार्ट टू हार्ट विद एमएसजी पार्ट 8 में देश और दुनिया के लोगों से कुपोषण की शिकार माताओं और बच्चों की हर संभव मदद करने का आह्वान किया। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि हमारे देश में बहुत से ऐसे बच्चे पैदा होते हैं, जो कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। ऐसी माताएं जो गरीबी के कारण सही खान-पान नहीं ले पाती तो उस वजह से वो बच्चे या तो माँ के गर्भ में ही मर जाते हैं या बाहर आकर बीमार रहकर वो गुजर जाते हैं।
हमें बड़ा दर्द होता है, बड़ा दु:ख लगता है। तो प्यारी साध-संगत जीओ आपको पता है आपां मानवता भलाई के कार्य दिन-रात करते हैं। 139 कार्य आपां लगातार कर रहे हैं। ये कार्य भी उसमें शामिल तो है पर थोड़ा सा इसका रंग रूप बदलकर, कि आप उन गरीब माताओं को जिनके गर्भ में बच्चा है, जरूर अच्छा खान-पान खिलवाएं। उस बच्चे की सेहत के लिए उस माँ का चैकअप करें (करवाएं)। जो हमारे डॉक्टर साहिबान, गायनोकॉलिजिस्ट, चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर हैं, वो जाकर उन बच्चों का जो पैदा हो गए, उनका इलाज करें और जो गायनोकॉलिजिस्ट हैं वो उस माँ का इलाज करें। ये बहुत बड़ा पुण्य कार्य है।
संतों का मकसद पूरी सृष्टि का भला करना
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि हमारे देश में पता नहीं कितने बच्चे गुजर जाते हैं, कितने बच्चे बीमार हो जाते हैं, कितने बच्चे सुन नहीं पाते, कितने बच्चे देख नहीं पाते। हम इन्सानियत के लिए ही संत, पीर-फकीर इस दुनिया में आते हैं, पूरी सृष्टि का भला हो। बेपरवाह शाह मस्तान जी, शाह सतनाम जी दाता रहबर हमेशा इसी बारे में कहा करते हैं कि तुम सृष्टि का भला करना।
आज हम आप लोगों से यही वायदा चाहते हैं कि आप अपने ब्लॉकों में, अपने आस-पास जरूर देखें, जो माँ गरीब है, हमारी वो बेटी जिसके गर्भ में बच्चा है, आप जाइये उस बहन को, उस माँ को कुपोषण का शिकार न होने दें। उनकी डाइट बांध दीजिये, हर महीने उन्हें अच्छी डाइट दी जाए। डॉक्टर वो डाइट बना देंगे और आप इस पुण्य कार्य में जो पैसा लगाएंगे, यकीन मानिए भगवान उसके बदले में आपके परिवार में, आपके बच्चों में बेइंतहा खुशिया लेकर आएंगे। इसलिए आपसे गुजारिश, प्रार्थना है कि आप इस कार्य को जरूर करें।
रोजाना एक-एक रुपया जरूर निकालिये
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि अगर आप एक साथ ऐसा नहीं कर पाते तो रोज का एक-एक रुपया अपने घर में निकालिये मालिक से दुआ करके, प्रार्थना करके, कम से कम एक रुपया हर आदमी, परिवार का मैंबर निकाले, ज्यादा आपकी इच्छा है। अपने घर में रखें, अपने पास रखें उस पैसे को और खुद जाकर अपने आसपास के इलाके में देखें कि कुपोषण का शिकार कौन सी गर्भवती माँ हो रही है। जिनके बच्चे हो गए हैं, उन बच्चों का इलाज करवाइये।
डॉक्टर साहिबान सेवा में जरूर आगे आएं
आपजी ने फरमाया कि जैसे हमने अभी कहा था कि डॉक्टर साहिबान जो इसके स्पेशलिस्ट हैं, उनसे हाथ जोड़कर गुजारिश है, पैसा कमाने के लिए बड़ा कुछ है, आपके हाथ में भगवान ने वो यश दिया है, भगवान ने वो ताकत दी है कि आप दूसरों का भला कर सकते हैं, तो आप ये सेवा जरूर करें, हमारी हाथ जोड़कर विनती है, मंजूर करें।
आपके आसपास जाकर उन बच्चों (जो कुपोषण का शिकार हैं) का इलाज कीजिये, उन माँ का, जिनके अंदर वो ताकत नहीं है, शक्ति नहीं है, आप अपनी दवाओं से और हम मालिक से दुआ करेंगे, प्रार्थना करेंगे, सारी साध-संगत को भी यही कहना चाहते हैं कि आप लोग भी प्रार्थना करें कि हे प्रभु! हे मालिक! हमें शक्ति दे, ताकत दे कि हम ऐसे परिवारों की सेवा कर सकें और हे प्रभु! हे मालिक! हम 90 पर्सेंट भी अगर करते हैं, जब तक तेरा वो 10 पर्सेंट नहीं आता तब तक 100 पर्सेंट नहीं होगा तो प्रार्थना यही है उस प्रभु से, ओउम, हरि, ईश्वर, अल्लाह, राम, गॉड, खुदा, रब्ब से कि मालिक रहमत कर कि हर समाज का नागरिक जागृत हो जाए।
कितने ही बच्चों को निगल जाती है भूखमरी और गरीबी
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि पता नहीं कितने बच्चे गुजर जाते हैं पूरे वर्ल्ड में भूखमरी की वजह से, गरीबी की वजह से, अपंग हो जाते हैं। हे मालिक! रहमत कर, ऐसा नहीं है कि तेरे बच्चों के पास पैसा नहीं है, बहुत से लोग हैं जिनके पास खूब पैसा है, बहुत से लोग हैं एक-एक रुपया तो निकाल ही सकते हैं। तो सारे मिलकर एक मुहिम चलाइये, आने वाले भविष्य को तंदुरूस्त बनाइये, ये आपसे हाथ जोड़कर विनती है। और इस कार्य को आप ये नाम भी दे सकते हैं कि आने वाला भविष्य तंदुरूस्त कैसे करें? या आने वाले भविष्य को तंदुरूस्त करना, शिशु संभाल, पहले शायद ये नाम दिया जा चुका होगा पर आज से ये भी आप रख सकते हैं।
कोई भी मुहिम बना लीजिये, मकसद, असली उद्देश्य यही है कि उस माँ को कुपोषण का शिकार ना होना पड़े, जिसके गर्भ में आने वाला भविष्य पल रहा है तो आप ये कार्य, हमें पूरा यकीन है कि जरूर दिल से अपनाएंगे, जरूर उनकी मदद करेंगे और जितने भी बच्चे गरीबी रेखा से नीचे हैं, हमारी सरकारें मदद कर रही हैं। हमारे राजा-महाराजा लगे हुए हैं इन चीजों में, और जोर-शोर से लगें, भगवान से प्रार्थना है।
हे प्रभु! अपने नन्हें-नन्हें फूलों की संभाल करें
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि क्योंकि एक नन्हीं सी कली जब फूल बनती है तो खुशबू चारों तरफ बिखेर देती है, पर वो कली अभी खिली ही नहीं, उससे पहले ही अगर वो बीमारी से गिर जाती है, कीड़ा लग जाता है फूलों में हमने देखा, तो वो फूल नहीं बन पाती, कली के रूप में ही मुरझा जाती है। तो आप सब लोग मिलकर, हम सब लोग मिलकर, जो कली माँ के गर्भ में है, जो कली माँ के गर्भ से बाहर आ चुकी है, लेकिन मुरझाने को है, हम लोग उसे अपनी मेहनत का पानी दें, अपनी मेहनत का खान-पान दें, दुआओं का खान-पान दें ताकि वो बच्चा कुपोषण का शिकार ना हो और हमारा आने वाला भविष्य स्वस्थ हो, जब भविष्य स्वस्थ होगा तो जरूर सबको खुशियां मिलेंगी, सबको बहारें जरूर आ जाएंगे।
तो यही आप लोगों से प्रार्थना करते हुए हम फिर से परम पिता परमात्मा, हमारे गुरु शाह सतनाम, शाह मस्तान दाता रहबर से ये दुआ करते हैं कि हे प्रभु! अपने उन नन्हें-नन्हें फूलों की संभाल कर। हे मालिक! आप अपने इन्सानों को, अपने बन्दों को शक्ति दे कि वो एक-दूसरे की मदद करें बजाय निंदा-चुगली के, बजाय किसी का बुरा गाने के, क्यों न भला किया जाए, ताकि पूरे समाज के अंदर बहारें आ जाएं, पूरे समाज के अंदर खुशियां आ जाएं। तो सबको बहुत-बहुत आशीर्वाद, आशीर्वाद।
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