35 फीसदी मौतों का कारण हृदय संबंधी रोग

Heart Disease

चिंताजनक। जीवन शैली में आ रहे बदलावों से बीमारियों की घर बन रहा शरीर (Heart Disease)

  • डॉ. चानना ने नियमित व्यायाम और संतुलित आहार अपनाने का किया आह्वान

रोहतक (सच कहूँ न्यूज)। आज हृदय रोग युवाओं को सबसे ज्यादा अपनी गिरफ्त में ले रहा है, (Heart Disease) जोकि बहुत ही चिंतनीय है। वर्तमान की जीवन शैली और खानपान में बदलाव आने से भारत जैसे विकासशील देश में हर वर्ष लाखों लोग दिल के रोगी के रूप में सामने आ रहे हैं। वर्तमान में कुल मौतों में 35 प्रतिशत से ज्यादा लोग दिल के दौरे या इससे जुड़ी बीमारी के कारण मर रहे हैं। यह बात शनिवार को हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. बीबी चानना ने विश्व हृदय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।

  •  दिल का रोग आज दुनिया का नंबर वन किलर बन रहा है।
  • भारत जैसे विकासशील देश में प्रतिवर्ष बहुत बड़ी संख्या में दिल के नए रोगी सामने आ रहे हैं।
  •  दिल बड़ा होने के साथ-साथ उसको जवान रखने की भी सख्त जरूरत है।
  •   व्यायाम और संतुलित आहार करके हृदय को स्वस्थ व तंदुरूस्त रख सकते हैं।
  •   आज स्टंट डालना व बाइपास सर्जरी होना आम बात हो चुकी है
  • 21 वर्ष के युवा तक बन रहे रोगी (Heart Disease)

उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश दूध-दही के खाने व कड़ी मेहनत करने के लिए जाना जाता है। (Heart Disease) इस प्रदेश में भी हृदय रोग लोगों को जकड़ता जा रहा है, जिसमें ज्यादातर युवा वर्ग और देहात के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं। यहां पर दिल के दौरों के 40 प्रतिशत मरीज 40 साल से कम उम्र के हैं। उनमें सबसे कम उम्र के मरीज मात्र 21 वर्ष के भी हैं। यहां महिलाओं में भी हृदय रोग अब ज्यादा पाया जाने लगा है।

  • अनावश्यक वसा है ब्लॉकेज की बड़ी वजह (Heart Disease)

डॉ. चानना ने बताया कि जब हृदय ठीक से पंप नहीं कर पाता है तो हमें हृदय की बीमारी घेरने का खतरा बन जाता है। इसमें कोरोनरी धमनियों में ब्लॉकेज हो जाता है। यह ब्लॉकेज एक प्रकार के वसा की वजह से होती है। ब्लॉकेज के कारण रक्त प्रवाह धीमा हो जाता है और मस्तिष्क जैसे जरूरी अंगों को पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन नहीं मिल पाता। ब्लॉकेज ज्यादा होने पर हृदय रक्त पंप नहीं कर पाता और मनुष्य को हार्ट अटैक आ जाता है। उन्होंने बताया कि हृदय रोग होने का मुख्य कारण वर्तमान का गलत खान-पान, जीवन शैली में बदलाव, धूम्रपान व नशाखोरी है।

  •  युवा वर्ग में हार्ट फैल्यूर व हार्ट अटैक जैसी बिमारियों से ग्रसित हो रहा है
  • भविष्य में इसके ज्यादा खतरनाक परिणाम आ सकते हैं
  • हमें इस गंभीर बीमारी के प्रति सचेत रहते हुए अपनी जीवन शैली को बदलना होगा

 

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