राजवंती देवी की मौत के बाद डर हुआ और ज्यादा (Corona Vaccine)
सच कहूँ/संजय मेहरा गुरुग्राम। वैसे तो पहले ही कोरोना की वैक्सीन लगवाने को लेकर स्वास्थ्यकर्मी कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं। अब भांगरोला पीएचसी की स्वास्थ्यकर्मी राजवंती की मौत के बाद यह डर और भी गहरा गया है। ऐसे में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और सरकार के लिए यह चुनौती ही है कि वे आखिर किस तरह से पूरे प्रदेश में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगवाने के लिए राजी करते हैं। या उनके दिमाग से इसका डर निकालते हैं।
कोरोना वैक्सीन को लेकर जितना प्रचार-प्रसार सरकार कर रही है, वहीं विपक्ष इस पर सवाल भी खड़े कर रहा है। सरकार, प्रशासन कोरोना वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी बता रहा है, वहीं बहुत से स्वास्थ्यकर्मियों में इसका डर बैठा हुआ है। उनको डर यह है कि कहीं यह कोई रिएक्शन तो नहीं करेगी। कहीं शरीर में किसी तरह की दूसरी समस्या तो पैदा नहीं होगी। वहीं बहुत से कर्मियों के तो परिजन वैक्सीन लेने से मना कर रहे हैं। इस तरह से स्वास्थ्यकर्मी दुविधा में हैं। वैक्सीन लगवाने का निर्णय नहीं कर पा रहे हैं।
कोई तो वैक्सीन लगवाने के नाम से ही तनाव में हो रहा है। यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोजाना वैक्सीन लगवाने वालों की जारी की जाने वाली सूची में बहुत से कर्मी वैक्सीन लगवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। वे अपने अन्य सहकर्मियों से इस पर गंभीर चिंतन भी कर रहे हैं। एक-दूसरे की राय के बाद बहुतेरे ऐसे स्वास्थ्य कर्मी हैं, जो कि वैक्सीन लगवाने से किनारा कर रहे हैं।
राजवंती ने पहले ही दिन लगवाई थी वैक्सीन
बता दें कि जिले के गांव भांगरोला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मी राजवंती ने पहले ही दिन 16 जनवरी 2021 को कोरोना की वैक्सीन लगवाई थी। हालांकि वह 20 जनवरी की रात तक पूरी तरह से स्वस्थ थी। परिजन भी इस बात को कह रहे हैं। उनके पति लाल सिंह सरोहा के मुताबिक अच्छे 20 जनवरी की रात को परिवार के साथ अच्छे से खाना आदि खाकर सभी सोये थे। 21 जनवरी की सुबह जब ड्यूटी जाने को उनकी पत्नी नहीं उठी तो उन्होंने उठाने का प्रयास किया। तब उनका पूरा शरीर सुन्न था। उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को जिला सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव का कहना है कि वे किसी तरह का भी तनाव ना लें। वैक्सीन लगवाएं। वे स्वयं पहले ही दिन यह वैक्सीन लगवा चुके हैं। आज तक किसी भी तरह के कोई नकारात्मक परिणाम नहीं आए हैं। वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। रही बात हेल्थ वर्कर की मृत्यु की, विसरा जांच को भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
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