फ्लू ओपीडी में आने वाले मरीजों की अब कोरोना जांच जरूरी
- कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की तैयारी
गुरुग्राम। (सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा) कोरोना महामारी के फिर से फैलने की आशंका के बीच अब जिला का स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है। कोविड के नए वेरिएंट बीएफ 0.7 का पता लगाने के लिए जहां कोरोना पॉजिटिव आने वाले मरीजों के सेंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली एनआईआई प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं। वहीं गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल में फ्लू ओपीडी में आने वाले मरीजों की अब कोरोना जांच भी जरूरी कर दी गई है, ताकि कोरोना के फैलने की आशंका कम रहे।
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सप्ताह भर से कम आ रहे हैं पॉजिटिव केस
पिछले करीब एक सप्ताह से जिले में नए कोरोना संक्रमितों की संख्या अभी इकाई के आंकड़े में ही आ रही है। यानी इनकी संख्या 10 से नीचे ही है। इस आंकड़े को बढ़ने नहीं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता बढ़ गई है। जल्द ही विभाग मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा और अन्य सार्वजनिक स्थलों, चौक-चौराहों पर पर लोगों के कोरोना जांच के लिए सेंपल लिए जाएंगे। यह एक तरह से रैंडम सेंपलिंग होगी। सभी अस्पतालों में इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। जल्द ही इसकी मॉकड्रिल भी की जा सकती है।
बढ़ रहे बुखार, जुकाम, खांसी के मरीज
सिविल अस्पताल में सर्दी के मौसम में बुखार, जुकाम, खांसी आदि के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी, सेक्टर-31 पॉलिक्लीनिक में फ्लू ओपीडी शुरू हो रही है। फ्लूू ओपीडी में आए सभी मरीजों के कोरोना के सेंपल भी लिए जाएंगे। अस्पतालों में फ्लू ओपीडी में आने वाले मरीजों की कोरोना की जांच भी जरूरी कर दी गई है।अगले सप्ताह से लग सकती है बूस्टर डोज जिले में बहुत से लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन की बूस्टर डोज लगनी बाकी है।
अभी यह डोज विभाग के पास खत्म हो चुकी है। इसके लिए सरकार को डिमांड पत्र भेजा गया है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह स्वास्थ्य विभाग को यह वैक्सीन मिल जाएगी। इस समय बच्चों को कोबेर्वेक्स व युवाओं और बुजुर्गों को कोवैक्सीन लगाई जा रही है। कोविशील्ड वैक्सीन मिलने के बाद बूस्टर डोज लगाने के लिए भी व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।
फिर से मास्क, सेनिटाइज की आदत डाल लें
कोरोना लगभग खत्म होने के साथ लोगों ने मास्क और सेनिटाइज होने की आदत को खत्म ही कर दिया है। अब कोरोना के नए वेरिएंट बीएफ 0.7 का देश में एंट्री हो चुकी है। ध्यान रहे पहले भी भारत में एक केस से ही कोरोना की शुरूआत हुई थी। वह भी गुरुग्राम से। 16 मार्च 2020 को मलेशिया एवं इंडोनेशिया से लौटी गुरुग्राम निवासी 26 वर्षीय एक महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी। इसके बाद जिले में कोरोना के 10 केस होने के बाद 9 केस ठीक हुए और दसवां भी ठीक होने का इंतजार था। तभी तब्लीगी जमात के एक साथ कई केस मिलने के बाद यहां स्थिति उलट गई।
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