बुजुर्गों-बच्चों व बीमारियों का रखें विशेष ख्याल | Rajasthan Weather Update
हनुमानगढ़। सर्दी के इस दौर में आमजन को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों, बीमार एवं गर्भवती महिलाओं को ताकि मौसमी बीमारियों की चपेट में आने से बच सकें। मुख्यत: इस मौसम में गर्म कपड़े पहनने को लेकर कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए और यथासंभव अनावश्यक घर से बाहर न निकलें। इन दिनों सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार जैसी सामान्य बीमारियां आमजन को चपेट में ले रही हैं, ऐसे में जरूरी है कि सर्दी से खुद को बचाते हुए बीमारियों से बचें। सर्दी के इस मौसम एवं बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है और आमजन से सतर्क रहने की अपील की है। Rajasthan Weather Update
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि इस मौसम के चलते कोई भी मौसमी बीमारियों की चपेट में आ सकता है, लिहाजा सावधानी बेहद जरूरी है। इन दिनों नियमित रूप से गर्म कपड़े पहनें, हल्की धूप के कारण गर्म कपड़े पहनने बंद न करें। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से भी सामान्य सर्दी, जुकाम व बुखार को लेकर जांच, उपचार एवं दवाओं की व्यवस्था स्वास्थ्य केन्द्रों पर सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को पाबंद किया गया है। इसके साथ ही जिला, ब्लॉक व पीएचसी स्तर पर होने वाली बैठकों में स्वास्थ्य कार्मिकों व आशा कार्यकर्ताओं को शीतलहर संबंधित जानकारी देने के निर्देश भी दिए गए हैं। आमजन को चाहिए कि वे नियमित हाथ धोएं, खांसी-जुखाम होने पर तुरंत जांच करवाएं एवं आवश्यक दवाएं लें। आने वाले दिनों में विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
शीतलहर के लक्षण
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि शीतलहर से प्रभावित रोगी का शरीर ठण्डा पड़ जाना, शरीर का सुन्न पडऩा, नाड़ी का धीमा व मंद पड़ जाना, रोयें खड़े हो जाना व श्वसन तेज चलना आदि होते हैं। रोगी की ओर से समय पर उपचार नहीं लेने पर मृत्यु भी हो सकती है।
बचाव के उपाय | Rajasthan Weather Update
जहां तक हो सके घर के बाहर दिन में ही निकलें, अनावश्यक घर से बाहर न जाएं। स्वयं व बच्चों को ऊनी कपड़ों से ढककर रखें। फुटपाथ पर रहने वाले भ्रमणशील जातियां, जैसे भिखारी, गाडिया लुहार आदि रात्रि में रेन बसेरा, सार्वजनिक भवन आदि में रहें। खुले स्थान पर न सोएं। आमजन इनका यथा संभव सहयोग करे। रात्रि में बाहर कार्य करना/रहना आवश्यक हो तो अपने पास अंगीठी, आवश्यक लकड़ी आदि जलाकर अलाव लगाकर तापने की व्यवस्था करें। हीटर आदि हो तो उपयोग में लें।
घर या ऑफिस में अंगीठी, हीटर आदि का उपयोग करें, तब कमरे में ताजा हवा का रास्ता बंद न करें। शीतलहर में अधिकतर गर्म भोजन का सेवन करें और खाद्य पदार्थ जैसे गुड़, तिल, चाय, कॉफी आदि का सेवन करें। शारीरिक श्रम अधिक करें, हो सके तो सुबह व्यायाम करें। तेल की मालिश करें। जिस व्यक्ति को शीत/शीतलहर का प्रभाव हो उसे तत्काल कम्बल, रजाई आदि से ढकें। गर्म पानी की थैली उपलब्ध हो तो उससे सेक करें। बाद में पास के चिकित्सालय में दिखाएं। जागरूकता के लिए स्वास्थ्य विभाग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आईईसी हनुमानगढ़ को फॉलो करते रहें। Rajasthan Weather Update