यमुनानगर। (सच कहूँ/लाजपतराय) कोरोना के प्रकोप के बाद अब हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्वाइन फ्लू (एच-1 एन-1) के दो मामले सामने आए हैं। जिससे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को स्वाइन फ्लू से बचाव को लेकर ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में जिला सिविल सर्जन कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व चिकित्सकों की बैठक में सिविल सर्जन डॉ. मनजीद सिंह ने दिशा निर्देश दिए। सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि यमुनानगर में अब तक स्वाइन फ्लू (एच-1 एन-1) के दो केस मिले हैं। स्वाइन फ्लू में बुखार के साथ नाक बहती है, खांसी और गले में खराश होती है और सांस लेने में कठिनाई होती है।
उन्होंने हाथ अच्छी तरह से साफ करने, अपनी आंख, नाक व मुंह को नहीं छूने, हाथ मिलाने और गले मिलने के बजाए नमस्ते ही बोलने, खांसते व छिंकते समय अपने मूंह व नाक को रूमाल से ढकने, अपने नाक, मुंह को छूने से पहले अथवा बाद में अपने हाथों को साबुन एवं पानी से बार-बार धोएं, भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहें और संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में न आएं, अच्छी नींद लेने की अपील की। इसके अलावा उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली अपनाए जाने, पानी का अधिक सेवन करने, पौष्टिक आहार लेने और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवाई नहीं लेने के लिए आहवान किया।
स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए बनाया स्पेशल वार्ड
सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि स्वाइन फ्लू की बीमारी से निपटने के लिए यमुनानगर के नागरिक अस्पताल में स्पेशल वार्ड बनाया गया है। यदि किसी व्यक्ति को स्वाइन फ्लू के लक्षण आते हैं तो वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह से घर पर ही रहें। यमुनानगर में अब तक स्वाइन फ्लू के दो, मलेरिया का एक केस और डेंगू के 12 केस मिले हैं।
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