Haryana Railway News: गुरुग्राम (संजय मेहरा)। हरियाणा में नई रेलवे लाइन के निर्माण की योजना से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के यातायात दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, एक्सप्रेस-वे, हाईवे, रेलवे और मेट्रो सेवाओं का विस्तार किया जाएगा, जिससे आम लोगों को यात्रा की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इस दिशा में हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) का निर्माण एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। इस रेल कॉरिडोर का निर्माण आईएमटी मानेसर क्षेत्र की यातायात व्यवस्था को नया रूप देगा और क्षेत्रीय विकास को गति प्रदान करेगा।
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) का महत्व | Haryana Railway News
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) का निर्माण दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की यातायात समस्याओं को हल करने के लिए किया जा रहा है। यह कॉरिडोर खासतौर पर उन क्षेत्रों को जोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो दिल्ली के मुख्य शहर से बाहर हैं, जैसे पलवल, मानेसर और सोनीपत। इससे न केवल दिल्ली में यातायात दबाव में कमी आएगी, बल्कि पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के भीतर यात्रा की गति और सुविधाओं में सुधार होगा।
पलवल-मानेसर-सोनीपत के बीच बनने वाला कॉरिडोर | Haryana Railway News
हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (HRIDC) ने पलवल, मानेसर और सोनीपत के बीच एक ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर बनाने की योजना बनाई है। यह रेल कॉरिडोर दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों के बीच यातायात को सुगम बनाएगा और इसमें परिवहन के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया जाएगा, जिनमें माल परिवहन की गति और क्षमता में वृद्धि की उम्मीद जताई जा रही है। यह कॉरिडोर न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि भारी माल परिवहन के लिए भी एक बेहतरीन समाधान प्रदान करेगा।
ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर की मुख्य विशेषताएं
हरियाणा के इस महत्वाकांक्षी रेल कॉरिडोर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस पर प्रतिदिन 5 करोड़ टन माल का परिवहन संभव होगा। इसके अलावा, यह कॉरिडोर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों के संचालन का समर्थन करेगा, जो भारत में रेलवे की गति के लिहाज से काफी उन्नत होगा। यह गति यात्रियों को जल्दी यात्रा करने का अवसर देगी, वहीं माल परिवहन क्षेत्र में भी कामकाजी गति बढ़ेगी।
इस रेल कॉरिडोर की एक और प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें दो सुरंगों का निर्माण किया जाएगा। ये सुरंगें डबल स्टैक कंटेनरों को ले जाने के लिए सक्षम होंगी। इन सुरंगों का निर्माण और आकार काफी विशिष्ट है—इनकी लंबाई लगभग 4.7 किलोमीटर होगी, और इनकी ऊंचाई 11 मीटर और चौड़ाई 10 मीटर रखी जाएगी। डबल स्टैक कंटेनर तकनीक के उपयोग से माल परिवहन की क्षमता में बड़ा इजाफा होगा, और यह खासतौर पर भारी और बड़े आकार के कंटेनरों के लिए लाभकारी साबित होगा।
नई रेलवे लाइन से होने वाले फायदे | Haryana Railway News
नई रेलवे लाइन के निर्माण से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ट्रैफिक दबाव कम होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके कारण, खासतौर पर दिल्ली से बाहरी क्षेत्रों की यात्रा करने वाले लोगों को राहत मिलेगी, क्योंकि उन्हें भारी ट्रैफिक जाम से जूझना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही, नए कॉरिडोर के जरिए उन इलाकों को बेहतर रेल संपर्क मिलेगा जो अब तक अच्छे रेल नेटवर्क से नहीं जुड़े थे। इससे लोगों के समय की बचत होगी और यात्रा अधिक आरामदायक होगी।
इसके अलावा, माल परिवहन के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। वर्तमान में दिल्ली और एनसीआर में व्यस्तता के कारण माल परिवहन की गति धीमी रहती है। नई रेलवे लाइन से माल ढुलाई की गति तेज होगी और ज्यादा मात्रा में माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जल्दी पहुंचाया जा सकेगा। इससे व्यापारिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी, जो आर्थिक विकास को प्रेरित करेगी।
मेट्रो, हाईवे और एक्सप्रेसवे का समग्र विकास
हरियाणा में नई रेलवे लाइन के साथ-साथ, मेट्रो, हाईवे और एक्सप्रेसवे सेवाओं का विस्तार भी किया जाएगा। इन सभी सेवाओं का समग्र विकास दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में यात्रा के अनुभव को पूरी तरह से बदलने में मदद करेगा। मेट्रो सेवाओं के विस्तार से न केवल शहर के भीतर यात्रा करना आसान होगा, बल्कि इससे पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि मेट्रो इलेक्ट्रिक पॉवर का उपयोग करती है, जिससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी। इसके अलावा, नई एक्सप्रेसवे और हाईवे परियोजनाओं से सड़क मार्ग से यात्रा करने वाले यात्रियों को तेज और सुगम रास्ते मिलेंगे।
आईएमटी मानेसर क्षेत्र में परिवर्तन
आईएमटी मानेसर क्षेत्र हरियाणा का एक प्रमुख औद्योगिक और व्यापारिक केंद्र है, और इसका विकास भी इस परियोजना का हिस्सा है। नई रेल लाइन और ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के निर्माण से इस क्षेत्र की तस्वीर पूरी तरह बदल सकती है। मानेसर क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी मिलने से यहां के उद्योगों को भी फायदा होगा, क्योंकि माल परिवहन की गति तेज होगी और अधिक कामकाजी क्षमता हासिल होगी।
यह क्षेत्र भारत के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्रों में से एक है, और यहां के उद्योगों को बेहतर परिवहन नेटवर्क से बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, इस क्षेत्र में नए निवेश आकर्षित हो सकते हैं, जिससे आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। हरियाणा में प्रस्तावित ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) और नई रेलवे लाइनों का निर्माण दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के ट्रैफिक दबाव को कम करने, यात्रा के समय को घटाने, और माल परिवहन की क्षमता को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना से न केवल दिल्ली और एनसीआर में यात्रा के अनुभव में सुधार होगा, बल्कि इसके साथ ही यह क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा देगा। नई सुरंगों, उच्च गति वाली ट्रेनों और विस्तारित नेटवर्क के साथ, यह रेल कॉरिडोर आने वाले वर्षों में परिवहन क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है, जिससे ना केवल हरियाणा बल्कि पूरा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र आर्थिक रूप से मजबूत होगा।