गुरुग्राम में जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत बैठक की तैयारियां शुरू
- हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव ने किया गुरुग्राम का दौरा
- कैमरा म्यूजियम में भी पुराने कैमरे व तकनीकी को देखा
- गुरुग्राम में 1 से 3 मार्च तक एंटी करप्शन वर्किंग गु्रप की बैठक प्रस्तावित
गुरुग्राम। (संजय कुमार मेहरा) विश्व फलक पर चमकते हरियाणा के शहर गुरुग्राम को अब जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भी चुना गया है। यहां प्रतिनिधियों को गुरुग्राम के विकास से तो रूबरू कराया जाएगा, साथ ही हरियाणवी संस्कृति की झलक और खान-पान भी देशी-विदेशी मेहमानों के समक्ष परोसे जाएंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत गुरुग्राम में होने वाली बैठक को लेकर गुरुवार को हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने गुरुग्राम का दौरा किया।
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उन्होंने सेक्टर-29 में स्थित म्यूजियो कैमरा का अवलोकन किया, जहां पर जी-20 गु्रप की बैठक के दौरान विदेशी मेहमानों का भ्रमण करवाने की योजना है। जी-20 शिखर सम्मेलन के अंतर्गत 1 से 3 मार्च तक गुरुग्राम में एंटी करप्शन वर्किंग गु्रप की बैठक होनी प्रस्तावित है, जिसे लेकर गुरुवार देर शाम मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी दिल्ली के हरियाणा भवन में केंद्र व राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
होटल लीला में होगी यह बैठक
एंटी करप्शन वर्किंग गु्रप की तीन दिवसीय बैठक गुरुग्राम में आयोजित करने का प्रस्ताव है, जिसके लिए होटल लीला का चयन किया गया है। इस बैठक के दौरान प्रतिदिन शाम को तथा इसके बाद 4 मार्च को जी-20 वर्किंग गु्रप के सदस्य शैक्षणिक भ्रमण पर रहेंगे। इस दौरान विश्व के विभिन्न हिस्सों से पधारने वाले अतिथियों को हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत से परिचय करवाने का प्रयास राज्य सरकार का रहेगा, ताकि वे यहां से हरियाणा प्रदेश के बारे में एक अच्छी छवि लेकर अपने देशों को जाएं।
कैमरा म्यूजियम भी जाएंगे मेहमान
बैठक में मुख्यमंत्री के सामने यह प्रस्ताव आया था कि विदेशी मेहमानों को भ्रमण की दृष्टि से गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित कैमरा म्यूजियम में ले जाया जा सकता है। गुरुग्राम में स्थित यह अनूठा म्यूजियम काफी रोचक जानकारियों से परिपूर्ण है और इसमें फोटोग्राफी के कैमरे की उत्पत्ति से लेकर आज तक का इतिहास उपलब्ध है।
सुल्तानपुर पक्षी अभ्यारण्य का भी कर सकते हैं भ्रमण
गुरुग्राम जिला के सुल्तानपुर गांव में स्थित पक्षी अभ्यारण्य को भी भ्रमण की सूची में रखा जा सकता है, जहां पर लगभग 250 एकड़ में बनी झील पर सर्दियों में विभिन्न देशों से प्रवासी पक्षी आते हैं। यह स्थल जी-20 गु्रप के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के लिए आकर्षण का केंद्र हो सकता है। एक सुझाव यह भी आया है कि हरियाणवीं संस्कृति और ग्रामीण परिवेश से परिचय करवाने के लिए जिला झज्जर स्थित प्रतापगढ़ फार्म का भी भ्रमण विदेशी मेहमानों को करवाया जा सकता है। यह स्थान उनको हरियाणा के ग्रामीण परिवेश के दर्शन के साथ लोगो की वेशभूषा, रहन-सहन, खान-पान आदि का परिचय करवाने में मद्दगार हो सकता है।
कुरुक्षेत्र भी ले जाए जा सकते हैं मेहमान
मुख्यमंत्री ने यह भी चाहा है कि हरियाणा में महाभारत काल की धरोहर कुरूक्षेत्र में है। गुरुग्राम में होने वाली प्रस्तावित बैठक के दौरान विदेशी मेहमानों को कुरूक्षेत्र आने के लिए भी आमंत्रित किया जाएगा। राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने विदेशी मेहमानों के भ्रमण के लिए इन स्थानों का चयन किया है और उनके सामने इन स्थानों का संक्षिप्त विवरण रखते हुए उन्हें इनमें से किसी भी या सभी में भ्रमण के लिए न्यौता दिया जाएगा, बाकि उन मेहमानों की रूचि और समय की उपलब्धता पर निर्भर करेगा।
दर्शनीय स्थलों के अलावा मुख्यमंत्री ने इस जी-20 शिखर सम्मेलन से लोगो विशेषकर युवाओं को जोड़ने और उन्हें सम्मेलन के महत्व व भूमिका की जानकारी देने के लिए गोष्ठी, निबंध लेखन आदि प्रतियोगिताएं महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में करवाने को कहा है। यही नहीं, इन तीन दिनों के दौरान हरियाणवीं कला व संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर भी प्रतिभागियों को हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाने का प्रयास होगा।
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