आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा का जवान शहीद, घर का इकलौता बेटा था प्रदीप, पुरे गांव में मातम

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Pradeep Martyred : आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा का जवान शहीद, घर का इकलौता बेटा था प्रदीप, पुरे गांव में मातम

नरवाना (सच कहूँ/राहुल)। Jawan Martyred: शनिवार को जम्मू कश्मीर के कुलगाम के मोडरगाम में आंतकियों से मुठभेड़ के दौरान नरवाना के जाजनवाला गांव के रहने वाले 28 वर्षीय प्रदीप नैन शहीद हो गए। वहीं प्रदीप के अलावा एक और जवान इस मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गये। आशंका जताई जा रही है कि आंतकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। सेना ने शनिवार देर शाम प्रदीप नैन के पिता को बेटे प्रदीप की आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद होने की खबर दी। इस सुचना के बाद प्रदीप के परिवार सहित पुरे गांव में मातम सा छा गया। शहीद प्रदीप के परिवार का रो-रो कर बूरा हाल हो गया। बतांदे कि प्रदीप ने 9 वर्ष पहले सेना में भर्ती हुए थे। Narwana News

उनकी काबिलियत को देखते हुए पैराकमांडो बनाया गया। शहीद प्रदीप नैन परिवार में अपने पिछे पिता बलवान सिंह, माता रामस्नेही व पत्नी मनीषा को छोड़ गया है। शहीद प्रदीप की पत्नी गर्भवती है वह जल्द ही पिता बनने वाला था। शहीद प्रदीप नैन के बैचमेट मोहित शर्मा ने बताया कि प्रदीप नैन की हमारे बैच में एक अलग पहचान थी क्योकि प्रदीप बहुत ही दिलैर किस्म का जवान था। मोहित ने बताया कि पैराकमांडो में वह स्काईडाईवर था जो लगभग 100 बार स्काई डाईविंग कर चुका था। प्रदीप नैन पढने में भी काफी होशियार था। मोहित ने बताया कि वह एक साथ 350 जवान इस बैच में आए थे जिसमें से 25 फिट हुए थे और 25 में से तीन जवान हरियाणा के जिला जींद से थे। जिनमें प्रदीप भी शामिल था।

बचपन से था भारतीय सेना में शामिल होने का जुनून | Narwana News

शहीद प्रदीप नैन के पिता बलवान सिहं ने बताया कि बेटे प्रदीप का बचपन से ही भारतीय सेना में शामिल होने का जुनुन था। जो उसने कडी मेहनत के साथ पुरा भी किया। उन्होंने बताया कि प्रदीप 2015 की भर्ती में भारतीय सेना में चयन हुआ था। बेटे प्रदीप ने इस भर्ती से पहले भी दो बार सेना में जाने के लिए प्रयास किया था परंतु वह असफल रहा। लेकिन उसने उसके बाद भी हार नहीं मानी थी अपने जुनुन कायम रखते हुए कडी मेहनत की और 2015 में सेना में भर्ती होकर दिखाया। पिता बलवान ने बताया कि बेटा प्रदीप बहुत दिलैर लडका था जो किसी भी परस्थिती से गुजरने को हमेशा तैयार रहता था।

घर का था इकलौता चिराग था बेटा शहीद प्रदीप

आंतकियों से मुठभेड के दौरान गांव जाजनवाला वासी प्रदीप शहीद हो गया। जोकि परिवार में इकलौता सहारा था। प्रदीप के पिता खेती-बाडी करते है अक्सर घर का सारा खर्च प्रदीप की नौकरी मिल रही तनख्वा से ही चलता था। लेकिन अब यह सहारा छीन गया है। पिता बलवान सिंह ने बताया कि 12वीं कक्षा के बाद उसने आर्मी ज्वाईन कर ली थी सेना में तैनात होने के साथ-साथ बेटे प्रदीप ने अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त की। पढने में वह बहुत होशियार लडका था।

माता की स्वास्थ्य रहता है खराब

गांव जाजनवाला के शहीद प्रदीप नैन की माता रामस्नेही का स्वास्थ्य खराब रहता है क्योंकि शहीद प्रदीप की माता ह्रदय रोग से पीडित है जिनकों पहले एक स्टंट भी डला हुआ है। बेटे प्रदीप के शहीद होने की खबर जब से उन्हे मालूम हूई है माता का रो-रो कर बुरा हाल है आखों से आसुं थमने का नाम नहीं ले रहे है। Narwana News

2021 में हुई थी शादी

पिता बलवान सिंह ने बताया कि बेटे प्रदीप नैन की शादी मनीषा के साथी 18 मार्च 2021 में की थी। प्रदीप की पत्नी गर्भवती है प्रदीप जल्द ही पिता बनने वाला था। उन्होनें बताया कि उनके दो बच्चे है बेटा प्रदीप व बेटी मंजूबाला जिनकी शादी एक साथ ही की गई थी।

पत्नी की हालत खराब अस्पताल में दाखिल

शनिवार शाम को पति प्रदीप नैन की आंतकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद होने की खबर सुनते ही गर्भवती पत्नी मनीषा की हालत खराब हो गयी। जिसका रो-रो कर बुरा हाल है मनीषा की हालत बिगडने के कारण उसे उकलाना के एक अस्पताल में दाखिल करवाया गया है

राजकीय सम्मान के साथ आज होगा अंतिम संस्कार | Narwana News

जानकारी के अनुसार शहीद प्रदीप नैन का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर को लगभग 2.50 बजे दिल्ली ऐयरपोर्ट पर पहुंचा जिसके बाद शहीद प्रदीप के पार्थिव शरीर को हिसार के मील्ट्री अस्पताल में लाया गया था। जहां से आज सुबह करीब 7-8 बजे प्रदीप पेतृक गांव जाजनवाला में लाया जाएगा। और राजकीय सम्मान के साथ शहीद प्रदीप नैन का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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