एससीईआरटी एक्सपर्ट, प्रिंसिपलस व लेक्चर्रस के साथ किया मंथन
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश दुहन)। मानव जीवन पर खतरा बने कोरोना ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। ऐसे में सभी स्कूल बंद रहे और बच्चों की पढ़ाई पर बहुत ज्यादा असर पड़ा। इसी बीच हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने सरकार यानि शिक्षा सदन को 30 फीसदी सैलेबस कम करने का सुझाव दिया है। शिक्षा बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद का मत है कि इसके बाद बच्चों व अध्यापकों पर परीक्षा को लेकर अनावश्यक दबाव कम होगा। स्कूल बंद होने के बाद देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों के लिए ऑनलाईन पढ़ाई शुरू करवाई गई। इसके बाद भी स्कूल जैसी शिक्षा दे पाना संभव नहीं हो पा रहा। इसी की चलते शिक्षा बोर्ड ने कोरोना को मात देने के लिए सरकार के सुझाव के बाद शिक्षा सदन को 9वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों का सैलेबस कम करने का मत दिया है। शिक्षा बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि सरकार के सुझाव पर शिक्षा सदन की तरफ से बोर्ड के पास 9वीं से 12वीं कक्षा के सैलेबस को लेकर राय ली गई थी। उन्होंने बताया कि जब पढ़ाई पूरी तरह से नहीं हो रही तो ऐसे में सेलेबस कम किया जाए। बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि इसको लेकर एससीईआरटी के एक्सपर्ट, स्कूलों व कॉलेज के प्रिंसिपल्स व लेक्चरर्स के साथ मंथन कर शिक्षा बोर्ड ने बैठक की और उसमें अंतिम फैसला लिया गया। निश्चित तौर पर कोरोना काल में पढ़ाई ना करवा पाने वाले अध्यापक व पढ़ाई ना कर पाने वाले बच्चों पर परीक्षा को लेकर दबाव बनना लाजमी है। ऐसे में इस दबाव को दूर करने के लिए शिक्षा बोर्ड का प्रस्ताव समय की मांग अनुसार सरहानीय है। उम्मीद है कि जल्द शिक्षा सदन की मुहर लगेगी और बच्चे फिर 70 फीसदी सैलेबस को आसानी से कवर कर लेंगे।
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