हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने किया आदेश जारी
हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। Sach Kahoon Impact: अंतिम दौर में चल रही हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं व 12वीं कक्षाओं की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच अब डिजिटल तरीके से न होकर मैनुअल तरीके से ही होगी। इस संबंध में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने एक बैठक का आयोजन कर उत्तर पुस्तिकाओं की जांच मैन्युअल तरीके से करवाने की बात कह दी है।
इससे पहले शिक्षा बोर्ड पहली बार कक्षा दसवीं में 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच डिजिटल तरीके से करवाने की बात पर अड़ा हुआ था। लेकिन सच कहूँ ने 29 मार्च के अंक में राष्ट्रीय पेज पर ‘डिजिटल मार्किंग की ट्रेनिंग नहीं, कैसे हो पाएगी डिजिटल मार्किंग? शीर्षक से इस समाचार को प्रमुखता से उठाया था। क्योंकि हरियाणा प्रदेश में शिक्षा बोर्ड की तरफ से अभी तक प्रदेश के किसी भी अध्यापक को डिजिटल मूल्यांकन की ट्रेनिंग नहीं दी गई थी। ऐसी स्थिति में डिजिटल मार्किंग सवालों के घेरे में आ गई थी।
हसला ने भी खुलकर किया था विरोध
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के इस निर्णय का हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन ने भी खुलकर विरोध किया था। लेक्चरर एसोसिएशन ने भी यही कहना था कि उनके पास डिजिटल मार्किंग के संबंध किसी भी प्रकार की ट्रेनिंग नहीं है। ऐसी सूरत में डिजिटल मार्किंग की कल्पना करना बेकार है। ज्ञात रहे कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड डिजिटल मार्किंग से संबंधित विभिन्न समाचार पत्रों में निविदा सूचना भी जारी कर चुका था। पर विरोध के बाद अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड को अपना फैसला बदलना पड़ा।
सीबीएसई को भी बदलना पड़ा था फैसला
यह भी ध्यान रहे कि इससे पहले भारत देश के सबसे बड़े शिक्षा बोर्ड सीबीएसई ने 2014 में वह बिहार शिक्षा बोर्ड ने 2017 में डिजिटल मार्किंग का ट्रायल किया था। लेकिन उनका यह ट्रायल फेल साबित हुआ था। उसके बाद से लेकर अब तक सीबीएसई में बिहार शिक्षा बोर्ड ने कभी भी डिजिटल मार्किंग करवाने की बात नहीं कही। पूरे देश के शिक्षा बोर्ड में अब मैन्युअल मार्किंग ही होती है।
एक जिले में एक स्कूल को बनाया जाएगा मुख्य केंद्र
इसी तरह अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में भी डिजिटल मार्किंग के स्थान पर मैन्युअल मार्किंग ही करवाई जाएगी यानी हरियाणा के जिलों में किसी एक स्कूल को मुख्य केंद्र बनते हुए वहां उत्तर पुस्तिकाएं भेजी जाएगी और उसके बाद उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के लिए हरियाणा के सरकारी व मान्यता प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। शिक्षक संबंधित स्कूलों में मैन्युअल तौर पर जाकर मैन्युअल मार्किंग करेगा। यही मार्किंग का सबसे अच्छा तरीका है। यही एक ऐसा तरीका है जिसके बाद कक्षा दसवीं में 12वीं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम समय पर जारी हो सकता है।
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