शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस कर हर हथकंडा हुआ फेल, किसानों ने किया दिल्ली कूच

Farmers Protest

हरियाणा पुलिस ने किसानों पर की पानी की बौछारें, आंसू गैस के गोले चलाए, फिर भी नहीं रूके किसान

  • युवा किसानों ने बेरीकेड्स को घग्गर में फेंका, ट्रकों के शीशे तोड़े, बड़े पत्थरों को घसीटकर हटाया
  • चीका बार्डर सहित संगतपुरा बार्डर भी किसानों ने किया पार, खेतों से बनाए रास्ते

सच कहूँ/खुशवीर तूर पटियाला। वीरवार को केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली घेरने जा रहे किसानों के आंदोलन को लेकर पंजाब-हरियाणा बॉर्डरों पर माहौल तनावपूर्ण बना रहा। पंजाब के किसानों का पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर पुलिस वालों से टकराव हुआ। पुलिस प्रशासन ने भले ही किसानों को रोकने के लिए पानी वाली तोपें, आंसू गैस, अलग-अलग बेरीकेड, बड़े-बड़े पत्थर सहित अपना हर हथियार इस्तेमाल किया। किसानों ने आगे बढ़ने के लिए बैरिकेड तोड़ दिए। इसके बाद पुलिस ने पानी की बौछारें करके उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन ये सारे प्रबंध किसानों के सामने फेल साबित हुए। शंभू बॉर्डरपर किसानों व हरियाणा पुलिस में जमकर कशमकश हुई।

इसके साथ ही पटियाला जिला के नवां गांव बार्डर और पातड़ा के आखिरी गांव अरनों के साथ लगते संगतपुरा बार्डर पर किसानों ने हरियाणा पुलिस के प्रबंधों को फांदकर दिल्ली की तरफ कूच किया। बड़ी संख्या में किसान खेतों से ही दिल्ली जा रहे थे। देर शाम समाचार लिखे जाने तक हजारों की संख्या में किसानों का दिल्ली की तरफ कूच करना निरंतर जारी थी।

ठंड के बावजूद पानी की बौछारें नहीं आई काम

जानकारी के अनुसार पंजाब के किसान संगठनों ने 26 और 27 नवंबर को दिल्ली चलो आंदोलन का ऐलान किया था, जिस कारण पंजाब से लाखों की संख्या में किसान अपने-अपने बंदोबस्त कर ट्रालियां, बसें इत्यादि वाहनों पर सुबह से ही दिल्ली की तरफ कूच करना शुरू कर दिया। पटियाला जिला के शंभू बार्डर में सुबह जब किसान अपनी, ट्रालियां लेकर पहुंचे तो हरियाणा पुलिस ने पहले से ही अलग-अलग बॉर्डरों पर नाकाबंदी की थी।

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