सीआईए-2 बहादुरगढ़ पुलिस टीम ने चार आरोपियों को किया गिरफ्तार
- 18 देशी कट्टे, हथियार बनाने वाली मशीन व भारी मात्रा में रॉ मैटीरियल बरामद | Illegal Arms Factory
बहादुरगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। सीआईए-2 बहादुरगढ़ पुलिस टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है। सीआईए ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री (Illegal Arms Factory) पकड़ी है। मामले में सरगना सहित चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। इनसे 18 देशी कट्टे, हथियार बनाने वाली मशीन व भारी मात्रा में रॉ मैटीरियल बरामद हुआ है। पुलिस की मानें तो इस मामले और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। दरअसल, इन दिनों झज्जर पुलिस द्वारा जिले में आक्रमण आॅपरेशन चलाया जा रहा है। इस आॅपरेशन के तहत सीआईए-2 बहादुरगढ़ ने नजफगढ़ रोड फ्लाईओवर के पास अवैध हथियार सहित युवक को गिरफ्तार किया था। इसकी पहचान सोनीपत के निवासी दीपक के रूप में हुई। दीपक की निशानदेही पर पुलिस ने दिल्ली के निवासी मनीष को पकड़ा।
इन दोनों से कुल चार देशी कट्टे बरामद हुए। पुलिस ने इनको रिमांड पर लिया था। रिमांड अवधि में पूछताछ के दौरान सामने आया कि इन्होंने अलीगढ़ के निवासी योगेश से ये हथियार लिए थे। फिर पुलिस ने योगेश को काबू किया। योगेश से भी दो देशी कट्टे बरामद हुए। पूछताछ में योगेश ने बताया कि उसने अलीगढ़ के ही निवासी सुभाष से ये हथियार लिए। फिर सीआईए ने अलीगढ़ में सुभाष के ठिकानों पर दबिश दी। सुभाष के घर से पुलिस को 12 पिस्तौल मिली। इसके अलावा हथियार बनाने वाली मशीन और काफी मात्रा में रॉ मैटीरियल बरामद हुआ।
सरगना सुभाष और तीन आरोपी गिरफ्त में
सीआईए-2 में इस संबंध में एडिशनल एसपी अमित यशवर्धन व डीएसपी अरविंद दहिया ने पत्रकार वार्ता में बताया कि इन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर मनोज कुमार की अगुवाई वाली सीआईए ने यूपी के अलीगढ़ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ किया है। इस मामले में सरगना सुभाष और तीन आरोपित काबू किए गए हैं। इनसे कुल मिलाकर अभी तक 18 देशी पिस्टल, रॉ मैटीरियल व पिस्तौल बनाने की मशीन बरामद हुई है।
यूपी से पकड़े गए सुभाष और योगेश का लेंगे रिमांड
एसपी ने बताया कि दीपक और मनीष की रिमांड अवधि खत्म हो गई है। इन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। जबकि यूपी से पकड़े गए सुभाष और योगेश को रिमांड पर लेंगे। सुभाष इस मामले में सरगना है। प्रारंभिक तौर सुभाष द्वारा अभी तक 30 पिस्तौल बेचे जाने की बात सामने आई है, लेकिन यह आंकड़ा इससे ज्यादा हो सकता है। इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है यह अभी जांच का विषय है।
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