एनओसी की बाधा बन रही हादसों का कारण
(Anil Vij )
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रेलवे और ट्रेने चलाने के लिए तैयार
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़/सच कहूँ)। लॉकडाऊन में सड़क पर पैदल घरों को निकले प्रवासियों के साथ घटित हादसों पर दु:ख जताते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रवासियों के गृह राज्यों की सरकारों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। विज ने कहा कि अगर ये श्रमिकों के गृह राज्य इन्हें लेने के लिए तैयार हो जाएं तो रेलवे और अधिक ट्रेनें चलाने के लिए भी तैयार है और इनके साथ हो रहे हादसों को भी रोका जा सकता है।
विज ने राज्यों को दोषी ठहराते हुए राज्यों को होने वाली परेशानियों की बात भी मानी। उन्होंने कहा कि उन राज्यों की मजबूरी भी है कि उनके पास भी लाखों श्रमिकों को क्वारंटाइन करने और टेस्ट करने के इंतजाम नहीं हैं। (Anil Vij ) वहीं विज ने सभी राज्य सरकारों को एमएचए की गाइडलाइन भी याद दिलवाई और कहा कि एमएचए के मुताबिक सभी राज्यों को प्रवासी जहां-जहां से पलायन कर रहे हैं, वहीं रोकने का इंतजाम करना चाहिए।
लाकडाउन-4 को लेकर राज्य ने केन्द्र को भेजे सुझाव
देश में लॉकडाउन 4 के स्वरूप पर विज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लॉकडाउन को लेकर सभी राज्यों ने अपने सुझाव पीएम मोदी को भेज दिए हैं। ऐसे में अब पीएम इस पर जो भी फैसला लेंगे, वो सर्वमान्य होगा। देश में कोरोना के आंकड़ों ने रफ्तार पकड़ी है। ऐसे में लगातार बढ़ रहे मामले चिंता का विषय बन रहे हैं। ऐसे में अगर लोग चाहते हैं कि उनका कामकाज भी खुले और कोरोना भी हारे तो लोगों को अपनी सावधानी खुद रखनी चाहिए।
- विज ने कहा कि अगर लोगों की सावधानी हटी तो दुर्घटना हो जाएगी।
- इसलिए लोगों को 6 फुट की दूरी और मास्क पहनने को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनना होगा।
अंबाला : प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाकर ठगे 13 हजार रुपए
हरियाणा में प्रवासी मजदूरों से ठगी का एक मामला सामने आया। यहां अंबाला जिले में एक हाईवे के पास पैदल घर जा रहे प्रवासियों से ठगों ने बातें बनाकर 13 हजार रुपए ठग लिए। बताया गया है कि ठग एक कार में सवार होकर आए थे। उन्होंने लुधियाना से उत्तर प्रदेश जा रही दो टोलियों के लोगों को रोका। उनके हाथ सैनिटाइज करवाकर खाना खिलाया और फिर रजिस्ट्रेशन करवाकर घर जाने का परमिट बनवाने का झांसा दिया।
- मजदूरों की दो टोलियों ने ठगों को 8 हजार और 5 हजार रुपए दे दिए।
- इसके बाद ठगों ने प्रवासियों से कहा कि थोड़ा आगे जाइए गाड़ी अपने आप आपके पास आ जाएगी।
- प्रवासियों के मुताबिक, वे कार के जाने के बाद काफी देर तक उसका इंतजार करते रहे।
- लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
जान जोखिम में डाल यमुना पार कर रहे सैकड़ों मजदूर
हरियाणा के यमुनानगर और यूपी के बागपत में गांव वापस जाने के लिए सैकड़ों मजदूर जान जोखिम में डालकर यमुना नदी पार कर रहे हैं। मजदूर अपना सामान सिर पर रखकर यमुना नदी के रास्ते पलायन करने पर मजबूर हैं। इन मजदूरों के साथ महिलाएं और बच्चे भी हैं। कुछ मजदूर साइकिल हाथ में उठाकर यमुना नदी को पार कर रहे हैं। नदी पार करते समय मजदूरों की जान भी जा सकती है, लेकिन इसकी परवाह किए बिना ये इसे पार कर रहे हैं।
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