26 जनवरी के बाद हरियाणा मंत्रिमंडल का विस्तार!

Haryana Cabinet

भाजपा हाईकमान ने दी हरी झंडी

  • जजपा विधायकों में जगी मंत्री पद मिलने की आस

चंडीगढ़ (सच कहूँ ब्यूरो)। किसान आंदोलन के चलते प्रदेश में मची सियासी हलचल के बाद अब हरियाणा मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इसको लेकर भाजपा हाईकमान ने हरी झंडी दे दी है। यह विस्तार 26 जनवरी के बाद संभावित है। इस विस्तार में भाजपा और जजपा को एक-एक मंत्री पद मिल सकता है। इसके साथ ही चार पुराने मंत्रियों की भी छुट्टी हो सकती है। बताया जा रहा है कि जजपा के नाराज 7 विधायकों और को साधने के लिए ऐसा किया जा रहा है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात में उप मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के संबंध में पूरी स्थिति स्पष्ट की थी, जिसके बाद हालात को कंट्रोल करने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार का निर्णय लिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा किसान आंदोलन के दौरान उठाए गए कदमों को भी हाईकमान ने सराहा है और इस पर संतोष व्यक्त किया है।

सूत्रों के अनुसार आंदोलनकारी किसानों के दबाव के चलते जजपा विधायक खुद को असहज महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि अगर ये वोट बैंक उनसे खफा हो गया तो उनका पूरा राजनीतिक करियर चौपट भी हो सकता है। इन्हीं हालातों के मद्देनजर रखते हुए विधायकों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के सामने अपने बगावती तेवर दिखाना शुरू कर दिया था। इसके बाद डिप्टी सीएम ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पूरे वाकये से अवगत करवाया। तब दोनों पहले गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे। वहीं बुधवार को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इस पूरे मामले से अवगत करवाया और इसके समाधान के लिए उनकी राय ली।

वहीं भाजपा इस बात को लेकर आश्वस्त है कि जजपा से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, उनकी माँ बाढ़डा से विधायक नैना चौटाला और उकलाना से राज्यमंत्री अनूप धानक तथा चार निर्दलीय विधायक पूरी तरह उसके साथ हैं। ऐसे में अगर जजपा में फूट भी पड़ती है तो उसकी सरकार बची रहेगी।

अब इस पूरे हालात में यह देखना भी दिलचस्प होगा कि जजपा बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग, गुहला से ईश्वर सिंह, हथीन से हर्ष कुमार, जुलाना से अमरजीत ढांडा, नारनौंद से रामकुमार गौतम, नरवाना से रामनिवास सुरजाखेड़ा, शाहबाद से रामकरण काला और टोहाना से देवेन्द्र बबली में से किस विधायक को कौन सा मंत्री या चेयरमैन का पद दिलाती है। इसके बाद भी वे इससे संतुष्ट होते हैं या फिर सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ाते रहेंगे।

किसानों के समानांतर रैली नहीं करेगी भाजपा

हरियाणा के करनाल जिले के कैमला गांव में भाजपा की किसान महापंचायत के दौरान हुए हंगामे के बाद अब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी नेताओं को किसानों के समानांतर बड़े आयोजन करने से रोक दिया है। ऐसे में अब भाजपा हरियाणा में किसानों के समानांतर रैलियां नहीं करेगी।

निर्दलीयों को पहले ही साधा

अगर बात निर्दलीय विधायकों की करें तो महम से बलराज कुंडू और हरियाणा पशुधन बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किए गए चरखी दादरी से सोमबीर सांगवान भाजपा-जजपा सरकार से पहले ही समर्थन वापिस लेकर किनारा कर चुके हैं। बाकी बचे चार विधायकों का साथ मिलने को लेकर भाजपा बेशक निश्चिंत लग रही हो, लेकिन पुंडरी से निर्दलीय विधायक रणधीर सिंह गोलन और नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंधर भी किसानों के हक में आवाज बुलंद कर चुके हैं। ऐसे में इन दोनों विधायकों को साधे रखना भी उसके लिए बेहद जरूरी है। हालांकि रानियां से रणजीत सिंह सरकार में बिजली और जेल मंत्री हैं, पृथला के विधायक नयनपाल रावत हरियाणा भण्डारगार निगम के चेयरमैन, पूंडरी से आजाद विधायक रणधीर सिंह गोलन हरियाणा पर्यटन निगम का चेयरमैन, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर को हरियाणा वन विकास निगम का चैयरमेन हैं। सिर्फ अकेले राकेश दौलताबाद ही ऐसे निर्दलीय विधायक हैं, जिनके पास कोई पद नहीं है।

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