सदन में गूंजा नेता प्रतिपक्ष कुर्सी का मुद्दा
-पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रतिपक्ष की कुर्सी के लिए वोटिंग करवाने का रखा सुझाव
-राम बिलास शर्मा बोले, अनिल विज है स्वस्थ्य मंत्री, सभी की टेंशन दूर करने का करना पड़ता है इन्तजाम
सच कहूँ/अश्वनी चावला
चंडीगढ़। क्या इनेलो टूट गयी है और क्या इन्होंने अलग पार्टी बना ली है, यह चुटकी लेते अनिल विज ने सदन में सवाल दागा तो नैना चौटाला ने भी चुप रहने की जगह उठ कर साफ कह दिया कि, हाँ इनेलो अब टूट चुकी है और नयी पार्टी भी बना ली गयी है। इस पर कांग्रेस ने भी कोई देरी नहीं करते हुए पूछ लिया क्या अब इनेलो को प्रतिपक्ष में बैठने का अधिकार भी है या नहीं, इस पर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा ने वोटिंग करवाने की मांग कर दी, जिसके बाद काफी समय यह मुद्दा ही चलता रहा और मामले को खत्म करने के स्पीकर कंवरपाल गुज्जर ने लिखित मांग भेजने के लिए कहते हुए कांग्रेस को शांत करके बैठा दिया।
सदन के अदंर अनिल विज को नैना चौटाला की तरफ से यह भी कहा गया कि आप टेंशन क्यों ले रहे हो तो तुरंत राम बिलास शर्मा ने कहा कि अनिल विज स्वास्थ्य मंत्री है, तभी उनको सभी की टेंशन दूर करने का इन्तजाम करना पड़ता है।
इनेलो ने नेता प्रतिपक्ष का समर्थन खो दिया: हुड्डा
इनेलो ने नेता प्रतिपक्ष का समर्थन खो दिया है। इस लिए स्पीकर साहिब को चाहिए कि इस मामले में वोटिंग करवा कर देख लिया जाये कि उनके पास प्रतिपक्ष नेता का अहुदा रखने का समर्थन है भी या नहीं है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा नेता विपक्ष के पद पर स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। हुड्डा ने कहा अब तो इनेलो विश्वास खो दिया है इसलिए वोटिंग होनी चाहिए।
नैना चौटाला ने स्वीकारा, हां टूट चुकी है इनेलो
सदन में नैना चौटाला ने जवाब देते हुए कहा कि हां अब उनकी पार्टी इनेलो टूट चुकी है और उनकी तरफ से अलग पार्टी भी बना ली गई। नैना चौटाला की तरफ से इस बात को स्वीकार करने के बाद एकदम से फिर से हंगामा खड़ा हो गया तभी अनिल विज ने कहा कि अब तो बहन जी ने भी मान लिया है कि वह अलग पार्टी से हैं तो अब इस मामले का निपटारा कर दिया जाना चाहिए।
लिखित में करें मांग, हम करवा देंगे वोटिंग : कंवरपाल
कांग्रेस की तरफ से बार-बार प्रतिपक्ष नेता के लिए वोटिंग करवाने की मांग के चलते स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जब तक उनके पास लिखित रूप में मांग नहीं आ जाती तब तक वह वोटिंग नहीं करवा पाएंगे। इसलिए आप लिखित रूप में मांग कीजिए जब हमारे पास लिखित रूप में मांग आ जाएगी तब वोटिंग करवाकर चेक करवा लिया जाएगा।
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