सावन का महीना प्रेम और उत्साह का महीना : जोगिंद्र कौर | Jakhal News
जाखल (सच कहूँ/तरसेम सिंह)। Hariyali Teej: जाखल नगरपालिका क्षेत्र में महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में तीज का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। तीज महोत्सव में जहां पुरानी पंजाबी विरासत को दर्शाया गया वही महिलाओं ने झूलों का आनंद लिया। एवं पंजाबी गीत है पर जमकर डांस किया। Jakhal News
जाखल सीडीपीओ जोगिन्द्र कौर ने कहा कि हमारी संस्कृति में तीज उत्सव का बहुत बड़ा महत्व है। तीज का त्योहार हमारे सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक मूल्यों को प्रदर्शित करता है। इस त्योहार के माध्यम से अतीत के दर्शन भी होते हैं। हरियाली तीज का उत्सव सावन मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। कादियान ने मेहंदी प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाले को सम्मानित भी किया। Jakhal News
जानकारी देते हुए जोगेंद्र कौर ने बताया कि जाखल में तीज का पर्व आंगनवाड़ी सुपरवाइजर ऊषा बजाज, वर्कर भोली देवी, आशु बाला, अमनदीप कौर, इंद्रजीत कौर, बलविन्द्र कौर, हरप्रीत, रेनू देवी, प्रकाश कौर, संदीप, रेखा रानी, मनप्रीत कौर, हरजीत कौर, प्रवीन, शिमलू व हरजिन्द्र कौर सहित क्षेत्रीय महिलाओं द्वारा आयोजित किया गया। सावन का महीना प्रेम और उत्साह का महीना माना जाता है। इस महीने में नई-नवेली दुल्हन अपने मायके जाकर झूला झूलती हैं। प्रेम के धागे को मजबूत करने के लिए इस महीने में कई त्योहार मनाये जाते हैं। इन्हीं में से एक त्योहार है हरियाली तीज। यह त्योहार हर साल सावन शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है।
इस त्योहार में हरी चूड़ियां, हरा वस्त्र और मेंहदी का विशेष महत्व है । मेंहदी सुहाग का प्रतीक चिन्ह माना जाता है। हरियाली तीज का नियम है कि क्रोध को मन में नहीं आने दें। मेंहदी का औषधीय गुण इसमें महिलाओं की मदद करता है। सावन में पड़ने वाली फुहारों से प्रकृति में हरियाली छा जाती है। इस मौके पर नई-नवेली दुल्हन को सास उपहार भेजकर आशीर्वाद लेती है, कुल मिलाकर इस त्योहार का आशय यह है कि सावन की फुहारें की तरह सुहागनें प्रेम की फुहारों से अपने परिवार को खुशहाली प्रदान करेंगी और वंश को आगे बढ़ाएगी। इस अवसर पर महिलाओं ने बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ के संदेश को दोहराते हुए शपथ दिलाई। Jakhal News
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