- सभी को ट्रोमा सेंटर में करवाया भर्ती, हालत खतरे से बाहर, प्रशासन में मचा हड़कंप
- मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत वितरित दूध की गुणवत्ता पर लगा सवालिया निशान
हनुमानगढ़। (सच कहूँ न्यूज) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से तीन दिन पहले प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों को दूध वितरण के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत सप्ताह में मंगलवार व शुक्रवार को वितरित किए जाने वाले दूध की गुणवत्ता पर पहले ही दिन सवालिया निशान लग गया। योजना का शुभारंभ होने के बाद शुक्रवार को पहली बार बच्चों को दूध वितरण किया गया। इस दूध का सेवन करने के कुछ देर बाद ही टाउन के सेठ राधाकिशन बिहाणी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक की 15 बालिकाओं व 1 बालक की तबीयत बिगड़ गई। कक्षा तीन, चार व पांच के इन बच्चों में किसी का जी मचलने लगा, किसी को उल्टी तो किसी को लूज मोशन की शिकायत हो गई। दूध पीने से तबीयत बिगड़ने का पता चलते ही स्कूल स्टाफ, शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ प्रशासन में हड़कम्प मच गया। स्कूल स्टाफ ने सभी 16 बच्चों को टाउन के राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया।
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यहां सभी को ट्रोमा सेंटर में भर्ती कर चिकित्सकों ने इलाज शुरू किया। एडीएम सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी जिला अस्पताल की तरफ दौड़े। अभिभावक भी ट्रोमा सेंटर पहुंचे और अपने-अपने बच्चों का हाल जाना। बच्चों की हालत खतरे से बाहर होने पर सभी ने राहत की सांस ली। एडीएम प्रतिभा देवठिया, एसडीएम डॉ. अवि गर्ग, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल, सीडीईओ रामेश्वर गोदारा, सीबीईओ सीमा भल्ला, पीएमओ डॉ. मुकेश पोटलिया सहित अन्य अधिकारियों ने भर्ती बच्चों से बात की। हालांकि अधिकारियों ने दूध की गुणवत्ता पर कोई संदेह नहीं जताया। वहीं चिकित्सकों का कहना था कि दूध में ही कोई कमी रही, जिसकी वजह से बच्चों की तबीयत बिगड़ी। प्रशासन की ओर से बच्चों को वितरित किए गए दूध के सैंपल लिए गए हैं।
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत वितरित दूध की गुणवत्ता पर लगा सवालिया निशान
सैंपल की जांच करवाई जा रही है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह टाउन के सेठ राधाकिशन बिहाणी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक में बच्चों को पाउडर से दूध बनाकर पिलाया गया। दूध सेवन के कुछ देर बाद ही कुछ बच्चों ने घबराहट, उल्टी आने की बात स्कूल स्टाफ को बताई। इस पर स्कूल स्टाफ के हाथ-पांव फूल गए। वे आनन-फानन में इन बच्चों को जिला अस्पताल लेकर गए और ट्रोमा सेंटर में भर्ती करवाया। जिला अस्पताल पहुंची एडीएम प्रतिभा देवठिया ने बताया कि टाउन के सेठ राधाकिशन बिहाणी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक के कुछ बच्चों की तबीयत शुक्रवार को अचानक खराब हो गई। अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि किस वजह से तबीयत बिगड़ी।
सभी बच्चों की स्थिति ठीक है। एडीएम के अनुसार चिकित्सकों की ओर से सैंपल लिए जाने के बाद बालिकाओं की तबीयत खराब होने के कारणों का पता चल पाएगा। उन्होंने कहा कि इन 15 बालिकाओं के अलावा अन्य बालिकाओं को भी मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत शुक्रवार को दूध वितरित किया गया था। पूरे हनुमानगढ़ जिले के स्कूलों में दूध का वितरण किया गया। किस कारण से 15 बालिकाओं की तबीयत बिगड़ी, यह जांच का विषय है। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही इसका खुलासा हो सकेगा। एडीएम के अनुसार चिकित्सकों ने अस्पताल में भर्ती बालिकाओं से जानकारी ली तो यह बात सामने आई कि कुछ बालिकाओं ने खाली पेट दूध का सेवन किया था। चिकित्सकों को बालिकाओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया गया है। एडीएम के अनुसार बालिकाओं ने दूध का सेवन करने के बाद जी मचलाने की शिकायत की।
इन बच्चों की बिगड़ी तबीयत
दूध का सेवन करने से कक्षा तीन की छात्रा लाली पुत्री विजय, कामिनी पुत्री कमलदास, कक्षा चार की छात्रा गुंजन पुत्री प्रमोद, राधिका पुत्री रामचन्द्र, बरखा पुत्री रामबाबू, गुरप्रीत पुत्री महेन्द्रसिंह, सांची पुत्री रामूदास, कक्षा पांचवीं की छात्रा सैलानी पुत्री श्रीराम, नव्या पुत्री दिनेश, ज्योति पुत्री विजयदास, प्रीति पुत्री पिन्टू, करिश्मा पुत्री विनोद कुमार, सुनीता पुत्री जोगिन्द्र सिंह, नैना पुत्री बबलू, मुस्कान पुत्री चिमनलाल व कक्षा पांच के छात्र रामदेव पुत्र विनोद दास की तबीयत खराब हुई। इन सभी को ट्रोमा सेंटर में भर्ती करवाया गया।
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