स्वास्थ्य विभाग ने कर दी है जिला में पहले केस की पुष्टि
- जिला के सभी छोटे-बड़े अस्पतालों को जारी किया अलर्ट
गुरुग्राम। (सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा) गुरुग्राम में तीन साल पहले 16 मार्च 2020 को कोरोना की दस्तक के ठीक तीन साल बाद एच3एन2 इन्फ्लुएंजा-ए संक्रमण ने भी दस्तक दे दी है। यहां मात्र 4 साल के बच्चे में यह संक्रमण पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस केस की पुष्टि के साथ ही जिला के सभी छोटे-बड़े अस्पतालों को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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जो बच्चा एच3एन2 इन्फ्लुएंजा-ए से संक्रमित मिला है, उसे पिछले एक सप्ताह से सर्दी, जुकाम और खांसी के साथ बुखार की शिकायत थी। 15 मार्च को उसके सेंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। खास बात यह है कि बच्चा कहीं बाहर भी नहीं गया था। उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इसके बावजूद वह इस नए संक्रमण का शिकार हो गया। बच्चे के परिवार में 7 सदस्य हैं, सभी को स्वास्थ्य विभाग ने अपनी निगरानी में रखा है। साथ ही बच्चे को होम आइसोलेट कर दिया गया है। जरूरी ऐहतियात बरतने के लिए परिवार को विभाग की ओर से जागरुक किया गया है।
जिला में अब तक 136 संदिगध केस मिले
गुरुग्राम जिला में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा-ए को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। निजी अस्पतालों में कई दिन से इसके पॉजिटिव केस आने की बातें की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की सूची में अब तक 136 संदिगध केस मिले हैं। उनके सेंपल लेकर जांच को भेजे गए हैं। एक बच्चे में पुष्टि होने के बाद से संदिगध केसों पर और पैनी नजर रखी जा रही है।
सेक्टर-10 अस्पताल में बनाया गया है डेडिकेटेड वार्ड
सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव के मुताबिक सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा-ए को लेकर तैयारियां की गई हैं। यहां इस संक्रमण के प्रभावितों को भर्ती करने के लिए डेडिकेटेड वार्ड बनाया गया है। जरूरी दवाइयां व अन्य सुविधाएं वहां उपलब्ध कराई हैं। सभी जांच सुविधाएं और किट उपलब्ध हैं। सिविल सर्जन का कहना है कि एक बच्चे में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा-ए की पुष्टि जरूर हुई है, लेकिन कोई घबराने की बात नहीं है। बचाव के लिए आम आदमी भी मास्क जरूर पहनें। अधिक भीड़भाड़ से बचें। नियमित व्यायाम करते हुए पानी भरपूर मात्रा में पीएं। रात को सोने से पहले भाप लें। किसी में लक्षण नजर आते हैं तो 5-7 दिन के लिए परिवार व अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर रखे ।
इन्फ्लुएंजा एच3एन2 की पहचान जरूरी
एच3एन2 इन्फ्लुएंजा-ए की कोई विशेष पहचान नहीं है। यह सामान्य रोगों की तरह आता है। सर्दी, खांसी, जुकाम, नाक बहना, जी मिचलाना, शरीर में दर्द, उल्टी, डायरिया आदि होता है तो एच3एन2 इन्फ्लुएंजा-ए की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में जरूरी है कि कोई भी लक्षण आने पर तुरंत चिकित्सक के पास जाएं। उनके द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें।
तीन साल पहले इसी महीने आया था कोरोना
आपको बता दें कि ठीक तीन साल पहले 16 मार्च 2020 को कोरोना ने भी गुरुग्राम के रास्ते हरियाणा में दस्तक दी थी। मलेशिया-इंडोनेशिया से घूमकर लौटीं एक महिला कोरोना से संक्रमित मिली थी। यह गुरुग्राम ही नहीं हरियाणा का पहला कोरोना पॉजिटिव केस था। इस केस के बाद हरियाणा सरकार ने कई तरह के प्रबंध भी लगा दिए थे। एक के बाद एक यहां 10 कोरोना के केस हो गए थे, जिनमें से 9 लोगों के ठीक होने के बाद मात्र एक पॉजिटिव केस बचा था। तभी तब्लीगी जमात से कोरोना बम फूटा और कोरोना संक्रमित केसों में बढ़ोतरी हो गई।
तीन साल में अब तक 3 लाख 1 हजार 367 केस पॉजिटिव
गुरुग्राम में कोरोना की दस्तक के बाद से अब तक 3 लाख 1 हजार 367 केस पॉजिटिव आ चुके हैं। जिनमें से 3 लाख 315 केस ठीक हो चुके हैं। जिले में कोरोना से 1031 लोगों की मौत हो चुकी है। एक दिन पूर्व यानी शुक्रवार को कोरोना के 10 नए पॉजिटिव केसों के साथ यहां कुल एक्टिव केसों की संख्या 21 हुई। अब तक 38 लाख 18 हजार 214 लोगों को सर्विलांस यानी निगरानी में लिया गया, जिनमें से 37 लाख 97 हजार 215 से यह पीरियड पूरा कर लिया है।
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