गुरुग्राम बनेगा स्मार्टेस्ट सिटी : मनोहर लाल

Gurugram will become the smartest city Manohar Lal

दमघोटू हवा को सुधारने की कवायद शुरू (Smartest City)

  • वित्त वर्ष 2020-21 में 65 स्थानों पर लगेंगे एयर प्योरिफायर

सच कहूँ/संजय मेहरा गुरुग्राम। हरियाणा की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले ग्लोबल सिटी गुरुग्राम को विश्व के मानचित्र पर उभारने की एक और पहल करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुग्राम को देश का (Smartest City) स्मार्टेस्ट सिटी बनाने की घोषणा की है। इस कड़ी में उन्होंने मानेसर में अलग से नया नगर निगम बनाने तथा इस क्षेत्र में न्यू गुरुग्राम शहर विकसित करने के प्रस्ताव का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गुरुग्राम में प्रोजेक्ट एयर केयर व गुरुग्राम-महरौली रोड पर गुरुग्राम के प्रवेश मार्ग के सौंदर्यकरण की दो परियोजनाओं के लोकार्पण अवसर पर बोल रहे थे।

प्रोजेक्ट एयर केयर

साथ ही दिल्ली की तर्ज पर अब गुरुग्राम में प्रदूषित हवा को शुद्ध (एयर प्यूरिफाई) करने के लिए एयर प्योरिफायर लगाने का कार्य शुरू हो गया। बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डिजिटल तरीके से इसका शुभारंभ किया। इस प्रोजेक्ट को एयर केयर नाम दिया गया है। वित्त वर्ष 2020-21 में शहर में इस तरह के एयर प्यूरिफाई लगाए जाने हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा बुधवार को गुरुग्राम में लांच किए गए ‘प्रोजेक्ट एयर केयर’ का गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) एवं जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर के बीच एक पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप प्रोजेक्ट है। इसके तहत 65 अत्याधुनिक वेयू एयर प्योरिफायर यूनिट्स गुरुग्राम में हाई एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) वाले स्थानों पर लगाने शुरू कर दिए गए हैं। पहले चरण में सेक्टर-44, 45, जीएमडीए कार्यालय, रेड लाइट, सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन, राजीव चौक, हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास, इफको चौक आदि स्थानों पर ये एयर प्योरिफायर लगा दिए गए हैं।

इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा विशेषकर गुरुग्राम में हवा के प्रदूषण का बढ़ता स्तर हम सभी के लिए गंभीर चिंता का विषय है। त्योहारों की शुरूआत हो चुकी है। ऐसे में महत्वपूर्ण स्थानों पर अनेक वेयू एयर प्योरिफायर नागरिकों के लिए राहत की सांस साबित होगा।

ऐसे करता है काम

विंड ऑग्मेंटेशन एयर प्योरिफिकेशन यूनिट (वेयू) का डिजाइन नीरी एवं आईआईटी बॉम्बे ने किया है। यह प्रदूषण के कणों जैसे पीएम2.5 और पीएम10 कणों, कार्बन मोनोऑक्साइड एवं घुलनशील कार्बनिक पदार्थों को एक फिल्टर द्वारा कार्बन डाई आक्साइड में बदलता है। इसके निर्माताओं का दावा है कि यह ट्रैफिक वाले स्थानों पर पीएम10 कणों में 60 से 70 फीसदी, पीएम2.5 कणों में 30 से 40 फीसदी की कमी ला सकता है। यह डिवाइस ऑपरेशन के प्रति घंटे बिजली की आधी इकाई का उपयोग करता है। यह 500 वर्गमीटर तक के क्षेत्र को शुद्ध हवा प्रदान कर सकती है।

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