पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां पर दृढ़ विश्वास और आस्था के साथ मानवता भलाई कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया
आज डेरा सच्चा सौदा में इतनी सेवा है, इतनी सेवा है और हम आपको गारंटी देते हैं ये सेवा ही नहीं आपको अभाग्यशाली से भाग्यशाली बनाने का नुक़ता है। आपकी समझ में नहीं आता बात अलग है और जिनकी समझ में आ गया वो सब कुछ पा गया।’’
-पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के अनमोल वचन
जीन्द(सच कहूँ/जसविन्द्र)। गुरुग्राम सफाई महा अभियान ने डेरा सच्चा सौदा की करोड़ों साध-संगत में नव ऊर्जा का संचार कर दिया है। सफाई के इस महायज्ञ में आहूति डालकर लौटी साध-संगत के चेहरों की मुस्कान उनके उल्लास को स्वयमेव बयां कर रही है। एक ओर जहां वे पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रहमतों का गुणगान कर रहे हैं। वहीं जरूरतमंदों को राशन देना, निराश्रयों को मकान बनाकर देना, रक्तदान करना, गरीब कन्याओं की शादियों में आर्थिक सहयोग सहित मानवता भलाई के 138 कार्यों को और तीव्र गति से आगे बढ़ाने का संकल्प दोहरा रहे हैं। दरअसल जब पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां 21 दिन के लिए गुरुग्राम पधारे तो साध-संगत को पावन दर्शनों की प्रबल इच्छा रही। साध-संगत ने अपने घरों में घी के दिये जलाकर व रंग बिरंगी लड़ियों से सजाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
हर दिन साध-संगत दर्शन की एक नई आस लगाती और इस तरह 21 दिन का वो अरसा बीत गया, पर दर्शनों की प्यास शांत न हुई। इसके पश्चात् साध-संगत ने 28 फरवरी को महारमोकर्म दिवस पर डेरा सच्चा सौदा मैनेजमेंट से गुरुग्राम की उस धरा को जहां सतगुरु जी ने चरण टिकाए, उसे सजदा करने के लिए वहां सफाई अभियान के लिए आग्रह किया। डेरा मैनेजमेंट के निवेदन पर प्रशासन ने वहां 6 मार्च को सफाई महाअभियान की मंजूरी दी थी। छह मार्च के सफाई महा अभियान में चार लाख से अधिक साध-संगत ने मात्र चार घंटों में पूरे गुरुग्राम को चकाचक चमकाकर गुरु भक्ति और देश भक्ति की ऐसी मिसाल पेश की कि गुरुग्राम वासी बोल उठे-‘धन्य हैं इनके गुरु जी, जो अपने शिष्यों को ऐसी नेक शिक्षा देते हैं।’ साध-संगत पावन निवास स्थल को सजदा करने के साथ ही पूज्य गुरु जी का बारम्बार शुक्राना कर रही है। आइए जानते हैं गुरुग्राम सफाई महा अभियान में सेवा करके लौटे डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों के विचार।
मुझे बचपन से ही डेरा सच्चा सौदा दरबार से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जब से रूहानियत के इस सच्चे दर से मैं और मेरा पूरा परिवार जुड़े हैं सतगुरु जी की रहमतें बरस रही हैं। जब भी कोई सेवा का अवसर मिलता है तो पूरी कोशिश रहती है कि उसमें शामिल जरूर होऊं। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने जब 21 दिन गुरुग्राम में निवास किया तो दिल में इच्छा रही कि उनके पावन दर्शन हो जाएं, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। सो चलो, जो सतगुरु जी की रज़ा। अब गुरुग्राम में सफाई महा अभियान में भाग लेकर उस गुरु नगरी को सजदा किया, बहुत खुशी और सुकून का एहसास हो रहा है।’’
-बादल इन्सां, अपराही मौहल्ला (जीन्द)
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के हमारे ऊपर इतने उपकार हैं कि जिन्हें लिख बोलकर व्यक्त कर पाना असंभव है। पूज्य गुरु जी जब गुरुग्राम में पधारे तो बहुत खुशी हुई, एक उम्मीद जगी कि अब सतगुरु जी का साक्षात् दर्श-दीदार होगा, लेकिन वो संभव नहीं हो पाया। तब दिल में एक इच्छा जगी कि कम से कम उस पावन धरा को तो जरूर सजदा किया जाए जहां सतगुरु जी ने अपने पवित्र चरण टिकाए। सतगुरु जी की दया-मेहर से गुरुग्राम में सफाई महा अभियान को मंजूरी मिली और दिल की वो इच्छा भी पूरी हो गई। अब मानवता भलाई के कार्यों को और तीव्र गति से करेंगे।’’
-राज नागर, कोटली रोड़ (जीन्द)
गुरुग्राम सफाई महा अभियान में सेवा करके बहुत खुशी का एहसास हो रहा है। ये सब पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की दया, मेहर रहमत से ही संभव हुआ है। पूज्य गुरु जी के जब गुरुग्राम पधारने के बावजूद दर्शन न हुए तो दिल थोड़ा मायूस जरूर हुआ, लेकिन फिर सतगुरु ने हमारी पुकार सुनी और डेरा सच्चा सौदा की मैनेजमेंट ने गुरुग्राम सफाई महा अभियान की मंजूरी लेकर पूरी साध-संगत को उस पवित्र धरा को सजदा करने का सुअवसर दिलाया। अब पूज्य गुरु जी के चरणों में अरदास है कि वे जल्दी से जल्दी हम सभी के बीच पधारें और हमें पावन दर्श-दीदार दें।’’
-देवी इन्सां, अपराही मोहल्ला,बतख चौक (जीन्द)
गुरु प्रेम से बड़ी दुनिया में कोई दौलत नहीं। गुरुग्राम की धरती पर जब पहुंचे तो दिल वैराग्य से भर गया। क्योंकि उस धरती को मेरे सतगुरु जी के पावन चरण स्पर्श का सौभाग्य मिला। वहां जाने के बारे में पहले कई बार सोचा, लेकिन नहीं जा पाया। अब सफाई महा अभियान की मंजूरी मिलने के बाद वहां जाने का अवसर मिला। लोग वहां सफाई अभियान के लिए हमारी प्रशंसा कर रहे थे, लेकिन ये सब तो मेरे सतगुरु पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रहमत से ही संभव हुआ। सतगुरु जी के चरणों में अरदास है कि वे हमें अपनी रजा में राजी रहने का बल बख्शें।’’
-मजनू इन्सां, हनुमान नगर (जीन्द)
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां हमारे लिए भगवान हैं। पूज्य गुरु जी ने हमेशा समाज और देश का भला किया है और करोड़ों साध-संगत को भी ऐसा ही करने की शिक्षा दी है। जैसे ही मुझे गुरुग्राम सफाई महा अभियान की सूचना मिली तो खुशी का ठिकाना न रहा। वहीं सफाई महा अभियान में सेवा करके और पावन निवास स्थल को सजदा करके दिल की एक इच्छा पूरी हो गई। सतगुरु जी से यही अरदास है कि वो जल्द से जल्द हमारे बीच देह रूप में पधारें और पावन दर्शनों की प्यास शांत करें।’’
-गौरव भारद्वाज इन्सां, सेक्टर 7 हुडा (जीन्द)
डेरा सच्चा सौदा दरबार रूहानियत का वो सच्चा दर है, जहां से दुखों से परेशान लोग खुशियों से अपनी झोलियां भरकर वापिस लौटते हैं। जब से इस दर से जुड़े सतगुरु जी ने हर जायज मांग पूरी की। पिछले कई दिनों से थोड़ा मायूस सा महसूस कर रहे था, लेकिन गुरुग्राम सफाई महाअभियान ने वो सब दूर कर दिया। गुरुग्राम से लौटने के बाद अंदरूनी तौर पर एक अज़ब सी खुशी महसूस हो रही है। पूज्य गुरु जी के चरणों में यही अर्ज है कि हमें नेकी, भलाई के मार्ग पर आगे बढ़ते रहने का बल बख्शें।’’
-बुधराम इन्सां, भिवानी रोड़ (जीन्द)
गुरुग्राम सफाई महा अभियान में सेवा करने का सौभाग्य मिला। जब उस पावन धरा को सजदा करने पहुंचा वैराग्य में आँखों में आँसू नहीं रूक रहे थे। सतगुरु जी हर पल अंग-संग होने का भी एहसास करवा रहे थे। मुर्शिद-ए-कामिल का जितना शुक्राना करें उतना कम है। बस इतना ही कहना चाहूंगा, तेरे दर्श दा ही है शौक सानूं…’’
मंगलसेन इन्सां, भिवानी रोड़ (जीन्द)
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