बरनावा। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि दु:ख को देखकर घबराओ ना, चिंता ना करो। किस पर नहीं आया? विष्णु जी के अवतार श्रीराम जी, अगर वो दृश्य अगर याद करना चाहें तो आप सोचकर देखें। अपने पिता का अति लाडला, प्यारा बेटा। पूरे अयोध्या का सबसे प्रिय राजकुमार, और जिसकी घोषणा होने वाली थी कि ये राजा बनेगा और अगले दिन वो खड़ाऊं पहनकर, सारा राजकुमारों वाला भेष त्याग कर, एक सादी धोती में, जिसे कहते हैं लट्ठा खद्दर कहें, मलमल कहें यानि सूती धोती पहनकर वो जंगलात को जा रहे थे और 14 साल वनवास भोगी। तो आपां तो आम इन्सान हैं। डरने की क्या बात है?
दुआएं कमाओ
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि कभी भी किसी को नशा व शराब आदि नहीं पिलानी चाहिए। इसकी बजाय लोगों का भला करना चाहिए। गरीब लोगों के बच्चों को पढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए। इससे वो लोग उनसे दूर नहीं होंगे। क्योंकि उनको पता है कि जो लोग उनको कपड़ा और बच्चों के पढ़ने के लिए किताबें दे रहे हैं तो उनको पता है इससे उनका बच्चा अपने पैरों पर खड़ा होगा। इससे गरीब बच्चे आपका गुण गाएंगे और आपके लिए दुआएं भी देंगे। उनकी दुआओं से दुनिया की कोई शक्ति आपको नहीं रोक पाएगी। दुआएं और दिया गया आशीर्वाद इंसान की जरूर मदद करता है। पूज्य गुरु जी ने कहा कि हमारा समाज को बताना फर्ज है। इसलिए अच्छाई को जन्म जरूर दो। इसके अलावा गृहस्थ जिंदगी में तालमेल भी जरूर बनाकर रखें।
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