गोपाल कांडा के भाई के निधन पर एटीएफआई प्रमुख ने जताया शोक
सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा)। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष Viresh Shandilya ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को आजादी वाली पैरोल दी जाए। जो उनका कानूनी हक भी है। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी को सरकार पैरोल देती है, जो उनका कानूनी हक है, लेकिन दु:ख की बात है कि राज्य सरकार उन्हें बंदिश वाली पैरोल देकर उनके कानूनी अधिकार का हनन कर रही है।
वे सोमवार को सरसा के विधायक एवं हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री गोपाल कांडा एवं गोबिंद कांडा के भाई महान कांडा के निधन पर शोक व्यक्त करने पहुंचे थे। इसके उपरांत यहाँ पीडब्लूडी विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए Viresh Shandilya ने कहा कि ये वो ही पूज्य संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां हैं जो वेश्याओं को बेटी बनाकर उनकी शादी करवाते हैं, सेना के लिए लाखों यूनिट खून देते रहे हैं, नेत्रदान करते हैं, शरीर दान की अलख जगाते हैं, यही नहीं डेरे के स्कूल में पढ़ने वाले लड़के-लड़कियां आज खेलों में टॉपर हैं और देश का नाम चमका रहे हैं।
समाज की गंदगी को पिछले 25 साल से साफ कर रहे हैं गुरु जी | Viresh Shandilya
वीरेश शांडिल्य ने कहा कि आज घर के चार सदस्य इकट्ठे नहीं चल सकते लेकिन डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी करोड़ों लोगों को साथ लेकर चल रहे हैं। समाज की गंदगी को पिछले 25 साल से साफ कर रहे हैं और डेरे में शराब, मांस व बुराइयों को छुड़ाया जाता है। इसलिए डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी को सरकार जो पैरोल दे रही है, वो पूर्णत: आजादी वाली पैरोल दे।
इस दौरान Viresh Shandilya ने कहा हिन्दू-सिख भाईचारा सदैव एक रहेगा और किसी कीमत पर भी जो देशद्रोहियों के इस भाईचारे को तोड़ने के मंसूबे हैं, वह कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे। शांडिल्य ने कहा देश का ब्राह्मण व सनातनी कभी नौंवे गुरु श्री तेग बहादुर जी व दसवें गुरु श्री गोबिंद सिंह जी का एहसान नहीं उतार सकता। यदि श्री गुरु तेग बहादुर जी व श्री गुरु गोबिंद सिंह जी न होते न ब्राह्मण होता न हिन्दू होता, इसलिए 10 गुरुओं को उनका नमन है और रहेगा ।