ब्लॉक संगरिया में हुआ 12 वां शरीरदान (Body Donation)
संगरिया (सुरेन्द्र जग्गा)। डेरा सच्चा सौदा के सेवादार पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचनों पर चलते हुए ऐसे-ऐसे मानवता भलाई के कार्य करते हैं जिन्हें देखकर लोग उन्हें दिल से सलाम करते हैं। ऐसा ही एक मानवता भलाई का कार्य ब्लॉक संगरिया राजस्थान के गांव लीलावाली निवासी 90 वर्षीय माता गुरमेल कौर इन्सां ने किया है। जब जब इंसानियत के पुरोधाओं के नाम लिखे जाएंगे, तो डेरा सच्चा सौदा की सेवादार गुरमेल कौर इन्सां का नाम भी अग्रिम पंक्ति में लिया जाएगा क्योंकि सचखंड वासी गुरमेल कौर की मृतदेह को मरणोपरांत मेडिकल रिसर्च के लिए दान किया गया है। (Body Donation)
जानकारी देते हुए संगरिया ब्लॉक के प्रेमी सेवक ओम प्रकाश बुडानिया इन्सां ने बताया कि गांव लीलावाली की रहने वाली 90 वर्षीय माता गुरमेल कौर इन्सां धर्मपत्नी जीता सिंह का 10 जून शनिवार शाम को निधन हो गया था। माता की अंतिम इच्छा थी कि उसका शरीर जलाया ना जाए बल्कि मानवता भलाई के लिए दान किया जाए। माता की अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए उनके बेटे गुरसाहब सिंह इन्सां व गुरचरण इन्सां ने परिजनों के साथ मिलकर शरीर दान करने का फैसला लिया और माता की इच्छानुसार उनका शरीर फरीदाबाद के अमृता मेडिकल कॉलेज को दान किया।
इस मौके पर माता के परिवार के सभी सदस्य व शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के भाई व बहनों सहित ब्लॉक की साध-संगत ने ‘सचखंडवासी माता गुरमेल कौर इन्सां अमर रहे’ व ‘जब तक सूरज चांद रहेगा माता गुरमेल कौर तेरा नाम रहेगा’ के नारों के बीच सैल्यूट करते हुए उनकी मृत देह को फूलों से सजी गाड़ी में विदाई दी।
1980 में लिया था गुरूमंत्र
सचखंड वासी माता गुरमेल कौर के बेटे 15 मेंबर कमेटी सेवादार गुरचरण सिंह इन्सां ने बताया कि माता गुरमेल कौर इन्सां ने परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज से 1980 में गुरुमंत्र लिया था और वह तभी से प्रभु भक्ति में लीन रहती थी और मानवता भलाई कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थी। उनके दोनों बेटे गुरसाहब सिंह इन्सां प्रेमी सेवक के रूप में और गुरचरण सिंह इन्सां ब्लॉक की 15 मेंबर कमेटी के मेंबर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और दोनों भाई मानवता भलाई के कार्य में हमेशा अग्रिम पंक्ति में खड़े होते हैं।
ब्लॉक में अब तक 12 शरीर हो चुके हैं दान | (Body Donation)
ब्लॉक के 85 मेंबर कमेटी सेवादार कृष्ण सोनी इन्सां ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादार नित ऐसे मानवता भलाई के कार्य करते रहते हैं। ब्लॉक संगरिया में इससे पहले लगभग 12 शरीर दान हो चुके हैं। इससे बड़ा कोई दान नहीं है, माता गुरमेल कौर इन्सां को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे ब्लॉक के 85 मेंबर कमेटी सेवादार रणवीर सिंह इन्सां सुखविंदर सिंह इन्सां व जोगा सिंह इन्सां ने कहा कि मरने के बाद शरीर को जलाने के बाद वह मिट्टी में मिल जाता है, अगर मरने के बाद हमारा शरीर किसी के काम आ सके, इससे बड़ा कोई दान नहीं हो सकता।
माता गुरमेल कौर के परिजनों ने उनका शरीरदान कर अति उत्तम कार्य किया है। इस दुख की घड़ी में परिजनों ने उच्च सोच अपनाते हुए जो महान कार्य किया है, उसके लिए वे सराहना के पात्र हैं। समाज में ऐसे उदाहरण बहुत कम देखने को मिलते हैं। देह दान से न केवल मेडिकल के विद्यार्थियों को शिक्षा में मदद मिलेगी बल्कि समाज में भी जागृति आएगी।