समस्या: चौंकों में लगी लाईटें रहती हैं बंद, तेज रफ्तार वाहन चालकों की मनमर्जी जारी
तरनतारन(राहुल शर्मा)। अमृतसर-राजस्थान नेशनल हाईवे जहां अक्सर ही तेज दफ्तार वाहन दैंत्य बन कर अनमोल जिंदगीयों को को मौत के मुंह में ले जा रहे है, जिसका सबसे बड़ा कारण वाहन चालकों की लापरवाही व प्रबंधों की कमी के कारण होता है लेकिन फिर भी प्रशासन इन सड़कीय दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने लिए कोई सार्थक कदम नही उठा रहा है। जिसकी ताजा मिसाल नेशनल हाईवे पर लगी ट्रैफिक सिग्नल लाईटों से मिलती है जो कि पिछले लंबे समय से बंद पड़ी है, जिस कारण वाहन चालक अपनी मनमर्जी से वाहन चलाकर ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है।
चौंक चौराहों पर नहीं है कोई ट्रैफिक कर्मचारी तैनात
तरनतारन को जिले का दर्जा प्राप्त होने के बावजूद भी यहां चौंकों में लगी ट्रैफिक सिग्नल लाईटें हमेशा खराब रहती है, जिस कारण यातायात अधिक होने के कारण कई बार लापरवाही के चलते सड़क हादसे घटित हो चुके है परंतु फिर भी यहां ट्रैफिक लाईटों का सिस्टम डगमगाया हुआ है। तरनतारन के बाठ चौंक बाईपास पर लगी ट्रैफिक लाईटें पिछले लंबे समय से बंद पड़ी है। जबकि जंडियाला गुरू बाईपास चौंक जोकि तरनतारन का प्रमुख्य चौंंक है में भी ट्रैफिक लाईटों ने अपना दम तोड़ दिया है।
हालात यह है कि इन चौंक-चौराहों में ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी भी तैनात नही होते, जिस कारण ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना के साथ-साथ तेज रफ्तार ओवरलोड वाहन व तेज रफ्तार बसों में चौंक में इतनी रफ्तार से गुजरती है कि हर समय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।
लोगों में बना हुआ सहम का माहौल
यही बस नहीं चार मार्गो को आपस में जोड़ने वाला अमृतसर-झब्बाल बाईपास चौंक में भी ट्रैफिक लाईटों का ना चलना किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकता है। भले ही इस चौंक में ट्रैफिक पुलिस के कुछ कर्मचारी तैनात होते है जो कि अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रैफिक कन्ट्रौल करने का प्रयास करते है परंतु फिर भी लाईटें ना चलने के कारण यहां से गुजरने वाले लोगों में सहम का माहौल बना हुआ है।
ट्रैफिक सिग्नल लाईटें बंद होने का मामला उनके ध्यान में आया है व इस बाबत संबंधित विभाग से रिपोर्ट लेकर ट्रैफिक लाईटें फिर से चालू करवा दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक को सुचारू ढंग से चलाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से गंभीर है।
डिप्टी कमिश्नर प्रदीप कुमार सभ्रवाल
इस संबंधी समाज सेवी डॉ. रमन गुप्ता ने कहा कि तरनतारन में ट्रैफिक व्यवस्था भगवान के आसरे ही चल रही है। क्योंकि चौंकों में लगी लाईटें जहां पिछले लंबे समय से बंद पड़ी है वहीं चौंकों में तैनात पुलिस कर्मचारियों की नफरी भी कम होती है, जिस कारण वाहन चालकों नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि हर रोड सड़की दुर्घटनाओं के कारण मौत के मुंह में जा रही अनमोल जिंदगीया के बावजूद भी प्रशासन कोई सबक नही ले रहा