राज्यपाल बंडारू दत्तात्रय ने चंडीगढ़ में दूसरी बार दिया अवार्ड
करनाल(सच कहूँ न्यूज)। करनाल जिले में वर्ष 2020-21 में सबसे ज्यादा रक्तदान करवाने के लिए करनाल के कपिल किशोर इन्सां को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रय द्वारा दूसरी बार अवार्ड देकर सम्मानित किया गया है। यह कार्यक्रम चंडीगढ़ राज्य भवन में इंडियन रेडक्रोस सोसाइटी द्वारा आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि उन अवार्ड उनका नहीं बल्कि उन सभी रक्तदाताओं का है, जिन्होंने उनके एक बार कहने पर शिविरों में आकर रक्तदान (Blood Donation) किया।
वीरवार को चंडीगढ़ राज्यभवन में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रय ने अवार्ड देकर सम्मानित किया। कपिल किशोर ने बताया कि वे अब तक 155 शिविर लगाकर लगभग 17,150 यूनिट रक्त विभिन्न सरकारी ब्लड बैंकों में जमा करवा चुके हैं। जिला रेडक्रोस सोसाइटी के सचिव कुलबीर मालिक ने भी बताया कि कपिल के कैम्प पूरे साल इस तरह आयोजित किये जाते हैं कि सरकारी ब्लड बैंकों में हर समय रक्त उपलब्ध रहे और तो और भीषण गर्मी के दिनों में भी जब हर जगह रक्त की भारी कमी हो जाती है तो शिविर लगाकर रक्त की कमी को पूरा करने का प्रयास करते हैं ताकि करनाल में किसी भी मरीज की रक्त की कमी से जान न जाये।
पूज्य गुरु जी से मिली प्रेरणा: कपिल
कपिल किशोर ने बताया कि वह व उनका परिवार लगभग 20 सालों से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है और पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की ही पावन प्रेरणा पर चलते हुए उनके द्वारा चलाये जा रहे 142 मानवता भलाई का कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लेते हंै। पूज्य गुरु जी की बदौलत ही उनमें रक्तदान (Blood Donation) के प्रति जागरूकता आई। जिसके चलते वे 18 सालों से खुद रक्तदान कर रहें हैं। वे अब तक 71बार व उनकी पत्नी रूबी अग्रवाल 34 बार रक्तदान कर चुकी हैं।
क्यों करें रक्तदान
हम रक्तदान करके किसी जरूरतमंद को जीवन दान दे सकते हैं। एक यूनिट रक्त दान कर चार जिंदगियां बचा सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार रक्तदान के बहुत फायदे हैं। रक्तदान करने से शरीर में नया रक्त बनता है तथा खून का संचार भी तेज होता है। जिससे हृदय स्वस्थ रहता है। रक्तदान रूपी महादान का मौका आप सभी के पास है।
आइयें, जानते हैं रक्तदान के फायदे | Blood Donation
- रक्तदान से हार्ट अटैक की संभावना कम होती है। क्योंकि रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता, इससे खून कुछ मात्रा में पतला हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा टल जाता है।
- डेढ़ पाव रक्तदान करने से आपके शरीर से 650 कैलोरीज कम होती है।
- आयरन की मात्रा को बैलेंस करने से लिवर हैल्थी बनता है और कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
- रक्तदान से शरीर में एनर्जी आती है। क्योंकि रक्तदान के बाद नया ब्लड सेल्स बनते हैं, जिससे शरीर में तंदरूस्ती आती है।
- रक्तदान करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। इसलिए हर साल कम से कम 2 बार रक्तदान करना चाहिए।
रक्त कौन दे सकता है?
ऐसा प्रत्येक पुरूष अथवा महिला:-
- जिसकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच हो।
- जिसका वजन (100 पौंड) 48 किलों से अधिक हो।
- जो क्षय रोग, रतिरोग, पीलिया, मलेरिया, मधुमेंह, एड्स आदि बीमारियों से पीड़ित नहीं हो।
- जिसने पिछले तीन माह से रक्तदान नहीं किया हो।
कितना रक्त लिया जाता है?
- प्रतिदिन हमारे शरीर में पुराने रक्त का क्षय होता रहता है ओर प्रतिदिन नया रक्त बनता रहता है।
- एकबार में 350 मिलीलीटर यानि डेढ़ पाव रक्त ही लिया जाता है (कुल रक्त का 20वां भाग)
- शरीर 24 घंटों में दिए गए रक्त के तरल भाग की पूर्ति कर लेता है।
- ब्लड बैंक रेफ्रिजरेटर में रक्त 4-5 सप्ताह तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।