दोपहर बाद आई बारिश में भीगा किसानो का धान | Kaithal News
- सुबह खरीद न होने के चलते किसानो ने मार्किट कमेटी कार्यालय का किया घेराव
कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Paddy Procurement: धान की सरकारी खरीद शुरू न होने के चलते किसानों के बढ़ रहे विरोध के बीच आखिरकार सरकारी खरीद एजेंसियों को झुकना पड़ा। यह फैसला मंडियों में धान की आवक ज्यादा होने के कारण लिया गया। पहले दिन सरकारी खरीद एजेंसी हैफेड ने खरीद शुरू की। हैफेड की ओर से जब धान की ढेरी में नमी की मात्रा की जांच की तो यह 20 से अधिक मिली। परंतु इस पर भी किसानों ने एतराज जताया। इसके बाद दूसरी मशीन से नमी जांची तो यह 17 प्रतिशत मिली। इसके बाद एजेंसी ने खरीद शुरू की। पहले दिन पीआर किस्म का करीब 500 क्विंटल धान खरीदा गया। किसानों के प्रदर्शन के बीच शुक्रवार को सरकारी एजेंसियों ने तीन दिन पहले ही धान की सरकारी खरीद शुरू कर दी। Kaithal News
इससे पहले धान की सरकारी खरीद शुरू न होने पर किसानों ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी मार्केट कमेटी कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान डीएमईओ अभिनव वालिया ने किसानों को शांत करवाया। उन्होंने कहा कि पत्र आ चूका है और कुछ ही घंटो में खरीद शुरू हो जाएगी। इसके बाद दोपहर बाद धान की सरकारी खरीद शुरू हो गयी। वहीं, सरकारी खरीद शुरू होने से पहले किसानों ने करीब दो घंटे तक मार्केट कमेटी कार्यालय परिसर में धरना भी दिया।
1509 किस्म के धान का भाव 2700 रुपये प्रति क्विंटल
बता दें कि पिछले कई दिन से मंडी में कम हो रहे धान के भाव के बीच किसानों में रोष है। इस समय 1509 किस्म के धान के 2700 रुपये प्रति क्विंटल भाव मिल रहे हैं। वहीँ धान में नमी की मात्रा ज्यादा होने के चलते पहले दिन पीआर धान की भी कुछेक ढेरियो की ही खरीद हो सकी। गौरतालाब है कि पहले राज्य में धान की सरकारी खरीद 23 सितंबर से शुरू होनी थी, लेकिन सरकार ने अचानक तारीख बदलकर 1 अक्टूबर कर दी। सरकार द्वारा तारीख आगे बढ़ाने का किसानों ने जगह जगह विरोध किया। धान खरीद में हो रही देरी को लेकर किसानों ने अनाज मंडियों के बाहर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिए, जिसके बाद सरकार ने खरीद शुरू करने के निर्देश दे दिए। Kaithal News
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