UP Railway News: खुशखबरी, उत्तर प्रदेश के इन जिलों से होकर गुजरेगी ये नई रेलवे लाईन, सरकार से मिली स्वीकृति

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UP Railway News: खुशखबरी, उत्तर प्रदेश के इन जिलों से होकर गुजरेगी ये नई रेलवे लाईन, सरकार से मिली स्वीकृति

UP Railway News: फिरोजाबाद। यूपी के अलग-अलग शहरों में नई रेलवे लाईन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। वहीं ट्रेनों को 160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ाने के लिए रेलवे की ओर से प्रयागराज से पीडीडीयू जंक्शन तक तीसरी लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है। इसमें 2649 करोड़ की लागत आएगी। योजना के पहले फेज में करछना से छिवकी के बीच रेल लाइन का निर्माण हो चुका है। इस पर ट्रेनें दौड़ रही हैं। उधर दूसरे फेज में मीरजापुर के नरायनपुर और जिवनाथपुर के बीच तीसरी लाइन का काम शुरू हो गया है। जो सितंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरा होने की संभावना है। तीसरे फेज में कैलहट व नरायनपुर के बीच काम शुरू होगा। उप मुख्य अभियंता निर्माण (प्रथम) सुजीत कुमार की देखरेख में काम चल रहा है। इस बीच सरकार ने कर्इं नई रेलवे लाईन बिछाने का निर्णय लिया है जिस पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।

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यूपी के इन गांवों से होकर गुजरेगी रेलवे लाइन | UP Railway News

आपको बतां दे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को आपस में मिलाने वाली देवबंद-रुड़की रेल रेलवे लाइन का निर्माण कार्य शुरू आत हो चुकी। वहीं रेलवे विभाग के अनुसार इस रेल लाइन का कार्य इसी वर्ष सम्पूर्ण कर लिया जाएगा। इस रेलवे लाइन का कार्य समाप्त होने के पश्चात दिल्ली से हरिद्वार के सफर में मात्र एक घंटे का समय लगेगा। वहीं इस रेल लाइन की लम्ंबाई 27.45 किलोमीटर लंम्बी हैं। जानकारी के इस रेलवे लाइन का कार्य 18 वर्ष पहले शुरू कि या गया था। लेकिन किसी कारण वस इस कार्य को बीच में ही रोंकना पड़ा। जिसके पश्चात इस रेलवे मार्ग का काम अपने निर्धारित समय वर्ष 2021 के दरमियान शुरू नहीं किया जा सका था। आपकों बता के वर्तमान में इसका काम प्रगति पर चल रहा हैं।

इस खंड पर तीसरी और चौथी लाइन बनाने की योजना

प्रधानमंत्री गतिशक्ति के तहत नेटवर्क नियोजन समूह (एनपीजी) की 76वीं बैठक में उत्तर प्रदेश में वाराणसी दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन के बीच तीसरी और चौथी लाइन की परियोजना के प्रस्ताव सहित रेलवे और राजमार्ग की पांच परियोजनाओं का गतिशक्ति के सिद्धांतों के परिप्रेक्ष्य में मूल्यांकन किया गया। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय कीजारी एक विज्ञप्ति के अनुसार राजधानी में आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के अपर सचिव राजीव सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में यह बैठक रेल मंत्रालय (एमओआर) और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) की परियोजनाओं का मूल्यांकन पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (एनएमपी) में उल्लिखित एकीकृत योजना के सिद्धांतों के साथ उनके संयोजन के विषय में बुलाई गयी थी। विज्ञप्ति के अनुसार इस बैठक में अधिकारियों ने रेलवे की हावड़ा-दिल्ली मुख्य लाइन के उत्तर प्रदेश में पड़ने वाले वाराणसी-पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेलवे खंड पर एक दोहरी विद्युतीकृत यात्री और माल लाइन है जिस पर दबाव अधिक है।

इस खंड पर तीसरी और चौथी लाइन बनाने की योजना है। लगभग 16.72 किलोमीटर लंबी इस परियोजना का उद्देश्य क्षमता और औसत गति में सुधार करना है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति के लिए डिजाइन की गई नई लाइनें विद्यमान मार्ग के समानांतर चलेंगी। बैठक में छत्तीसगढ़ में मुंबई-हावड़ा ट्रंक रूट के खरसिया-परमलकासा खंड में 277.917 किलोमीटर की नई डबल लाइन के निर्माण, नागालैंड में राष्ट्रीय राजमार्ग-202 को एक लेन रोड को चौड़ा कर दो लेन वाला बनाने, असम में बसनाघाट से बालूगांव होते हुए समरंग तक 91.48 किमी के राष्ट्रीय राजमार्ग -715ए को दो लेन बनने की परियोजना तथा मणिपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग -102ए पर 188.8 किमी लम्बे लंबाईशांगशाक-तेंगनौपाल मार्ग को चौड़ा करने और सुधार कर दो लेन वाला बनाने की प्रस्तावित परियोजना पर चर्चा की गयी।

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