नयी दिल्ली: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढोतरी करने से वैश्विक स्तर पर पीली धातु की चमक फीकी पड़ने का दवाब घरेलू बाजार भी देखा जायेगा जिससे इस महीने के अंत तक सोना 27 हजार रुपये से नीचे उतार सकता है।
विश्लेषकों का कहना है कि नोटबंदी के कारण घरेलू मांग पहले से ही कमजोर है और अब फेडरल रिजर्व की घोषणा से सोना पर अधिक दवाब बनेगा। आम्रपाली आद्यया ट्रेडिंग एंड इन्वेस्टमेंट के निदेशक एवं शोध प्रमुख अवनीश कुमार सुधांशु ने कहा कि फेड रिजर्व की घोषणा से पश्चिमी देशों विशेषकर अमेरिका में लोग गोल्ड ईटीएफ से निकासी कर डॉलर में निवेश करने लगे हैं जिससे पीली धातु पर दवाब बना है। (वार्ता)