पदमपुर (सच कहूँ न्यूज)। ग्लुकोमा से आंख के अंदर का दबाव बढ़ता है, जिससे आंख की रोशनी कम हो जाती है। यह विचार आज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पदमपुर में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. दिनेश भारद्वाज ने रखे। उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोगों में ग्लूकोमा के लक्षण नहीं के बराबर होते हैं। इसका पहला लक्षण दायीं या बांयी तरख की रोशनी का कम होना है, जिसका पता 50 प्रतिशत रोशनी कम होने तक पता नहीं चलता है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार यह कार्यक्रम 7 से 13 मार्च तक विश्व ग्लुकोमा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है।
इसमें आज 12 मार्च को सीएचसी स्टाफ व मरीजों को अंधापन एवं दृष्टि हानि को दूर करने, नेत्र सुरक्षा सेवा कैसे प्रदान कर सकते हैं सहित विभिन्न प्रकार की जानकारी वाले पम्फलैट का वितरण किया गया। इस मौके पर सीएचसी प्रभारी डॉ. गुरप्रीत सिंह, डॉ. शिवकुमार बिश्नोई, डॉ. अमनद्वीप कौर, इन्द्राज बिश्नोई, देवीलाल, हरमेलसिंह, शिमला, बेयंतकौर, आदि मौजूद थे।
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