Maha RehmoKaram Month: पूजनीय बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज गुरगद्दी बख्शिश से पहले ही पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज के महान रूहानी हस्ती होने के बारे में इशारे करते रहते। साईं जी के समय गुरुमंत्र के अभिलाषी व्यक्तियों को किसी पुराने सत्संगी द्वारा जिम्मेवारी लेने पर ही गुरुमंत्र दिया जाता था।
बेशक पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज को अभी गुरुमंत्र की दात प्राप्त नहीं हुई थी फिर भी पूजनीय शाह मस्ताना जी महाराज आपजी के प्रेम को देखते हुए आप जी की जिम्मेवारी पर ही नए व्यक्ति को गुरुमंत्र दे देते। आप जी के अलावा, किसी अन्य व्यक्ति की जिम्मेवारी पर शाह मस्ताना जी महाराज गुरुमंत्र देना मंजूर नहीं करते थे। यदि आप जी किसी भी व्यक्ति की जिम्मेवारी लेते थे तो सार्इं जी उस को तुरंत ही गुरुमंत्र देने की मंजूरी दे देते। Maha RehmoKaram Month
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