अब मथुरा-कुरुक्षेत्र के बीच दौड़ेगी गीता जयंती ट्रेन

  • मुख्यमंत्री 6 दिसम्बर को कुरुक्षेत्र से हरी झंडी देकर करेंगे रवाना

Kurukshetra, SachKahoon News: अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल भगवान श्रीकृष्ण की कर्मभूमि कुरुक्षेत्र और जन्मभूमि मथुरा के लोगों को एक नायाब तोहफा देने जा रहे है। इस पावन अवसर पर मथुरा और कुरुक्षेत्र के लिए रेलवे ट्रैक पर दोनों पवित्र स्थलों के श्रद्धालुओं के लिए गीता जयंती ट्रेन दौड़ेगी। इस गीता जयंती ट्रेन को चलाने के लिए केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हरी झंडी दे दी है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल गीतास्थली कुरुक्षेत्र से इस ट्रेन को 6 दिसम्बर को झंडी देकर रवाना करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सरकार बनने के बाद जहां गीता जयंती समारोह के बजट को पहले वर्ष दौगुना करने का काम किया वहीं दूसरे वर्ष गीता जयंती को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का दर्जा देने का काम किया। इसी वर्ष ही मुख्यमंत्री के प्रयासों से मथुरा से कुरुक्षेत्र और कुरुक्षेत्र से मथुरा के लिए गीता जयंती ट्रेन को शुरू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के कारण ही कुरुक्षेत्र को पर्यटन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नया मुकाम मिला है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु के समक्ष मथुरा से कुरुक्षेत्र विशेष ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रखा था। केन्द्रीय मंत्री ने शुक्रवार को देर सायं मुख्यमंत्री के प्रस्ताव पर मोहर लगाकर दोनों पवित्र स्थलों के लाखों लोगों को एक नई सौगात देने का निर्णय लिया है। अब 6 दिसम्बर के बाद दोनों शहरों के लोग आराम से भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि और कर्मभूमि को निहार सकेंगे।

गीता उपदेश-हरियाणवी गीत लांच
NarNaul, Sagar Kumar: अंतर्राष्ट्रीय गीता जयन्ति महोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कर कमलों द्वारा गीता उपदेश-हरियाणवी गीत को लॉंच किया गया। इस अवसर पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, ज्ञानानन्द जी महाराज व विधायक सुभाष सुधा भी मौजूद थे। गौरतलब है कि जाने-माने गायक दिलावर कौशिक ने इस गीत को अपनी आवाज दी है तथा वरिष्ठ आशु कवि परमानन्द कौशिक ने इस गीत को शब्दों में पिरोया है। गीत का निर्देशन अमित शर्मा द्वारा किया गया। गीता-उपदेश गीत के विमोचन अवसर पर गायक दिलावर कौशिक ने बताया कि गीत के बोल श्रोताओं को भाव-विभोर कर देंगे। इस गीत में गीत के ज्ञान के महत्व को बारीकी से समझाया गया है।