बेटियों में आत्मविश्वास की लौ जगाओ, छू लेंगी आसमां

Girls in the school, along with education

ग्रामीण आंचल में सकारात्मक सोच के साथ बेहतरीन शिक्षा दे रहा गुर्जर कन्या गुरुकुल महाविद्यालय

  • शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी नाम रोशन कर रही छात्राएं

लाजपत राय/सच कहूँ यमुनानगर। अब जमाना बदल गया है। बेटियों को समान अधिकार मिलने से बेटियां भी माँ-बाप का नाम रोशन करने में पीछे नहीं है। ये बेटों से ज्यादा अपने माता-पिता की सेवा करती हैं। वहीं समाज को सशक्त कर रहीं हैं। एक पढ़ी लिखी बेटी दो घरों में शिक्षा का उजियारा करती है। सिर्फ जरूरत है उसे सही शिक्षा और अवसर देने की। माँ-बाप बेटियों में आत्मविश्वास पैदा करें तो वो दिन दूर नहीं जब वे आसमां छू लेंगी। इसी सोच को लेकर आगे बढ़ रहा है ग्रामीण आंचल देवधर का गुर्जर कन्या गुरुकुल महाविद्यालय। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह कॉलेज बेटियों को बेहतरीन शिक्षा के साथ-साथ उनमें सकारात्मकता का प्रसार कर उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है। आज सैकड़ों बेटियां यहां से शिक्षा प्राप्त कर अपने माता-पिता, गाँव, जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं।

  • 2015 में हुई स्थापना

ग्रामीण आंचल देवधर में बेटियों को शिक्षित करने के उद्देश्य से 2015 में गुर्जर कन्या गुरूकुल महाविद्यालय की स्थापना हुई। यह कॉलेज सेल्फ फाइनेंशियल है और इसका पूरा कार्य मैनेजमेंट देखती है। कॉलेज संस्थापक एडवोकेट रघुवीर सिंह ने बताया कि एक वक्त था जब लोग बेटियों की शिक्षा को लेकर इतने जागरूक नहीं थे, लेकिन वर्तमान दौर में बेटियों की शिक्षा के महत्व को आमजन समझने लगा है। इसी को मद्देनजर रखते हुए मैनेजमेंट ने कॉलेज में आधुनिक शिक्षा के लिए तमाम प्रबंध किए हैं और इसे आगे भी निरंतर जारी रखा जाएगा। हमारा मकसद पैसा कमाना नहीं बल्कि बेटियों के सपनों को साकार करना है, ताकि समाज के विकास में वे भी अपनी महती भूमिका अदा कर सकें।

  • ये कोर्स हैं उपलब्ध

कॉलेज में बीए, बीकॉम, बीएससी नॉन मेडिकल व बीएससी कम्पयूटर साईस अढ़ाई सौ के करीब छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रहीं है। वहीं कॉलेज में मेडिकल स्ट्रीम भी है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में छात्राओं का मेडिकल के प्रति रूझान कम होने की वजह से अभी तक इस स्ट्रीम की कक्षाएं शुरू नहीं हो पाई हैं।
कॉलेज को शुरू हुए अभी थोड़ा वक्त ही हुआ है, जिसमें हम बेहतरीन शिक्षा के साथ छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए भी तत्पर हैं। महाविद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में जिले में पहला और प्रदेश में आठवें स्थान का पुरस्कार मिल चुका है। इसके लिए माननीय राज्यपाल ने कॉलेज की प्रिंसीपल को सम्मानित किया गया था। हमारा प्रयास है कि बेटियां स्वयं को किसी से कम नहीं आंकें और जीवन में बुलंदियों को छूएं।
-ममता शर्मा, प्रिसिंपल गुर्जर कन्या गुरुकुल महाविद्यालय

  • खेलों में भी आगे हैं छात्राएं

गुर्जर कन्या गुरुकुल महाविद्यालय की छात्राएं योगा, सर्कल कबड्डी, मार्शल आर्ट, वॉलीबाल, हॉकी सहित विभिन्न खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर कॉलेज का नाम चमका रही हैं। कॉलेज में खेलों के प्रशिक्षित कोच होनहारों खिलाड़ियों को तराश रहे हैं और कड़े अभ्यास और परिश्रम के फलीभूत ये खिलाड़ी अपने माता-पिता, जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।

जिले में चार गर्ल्स कॉलेज हैं, जिनमें से तीन एडिड व एक सेल्फ फाइनेंस कॉलेज हैं। गुर्जर कन्या गुरुकुल महाविद्यालय अच्छी शिक्षा के साथ बेटियोें में आत्मविश्वास की अलख जगा रहा है, जो काबिले तारीफ है।
-एस.पी. गिरोत्रा, जिला उच्च शिक्षा अधिकारी

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