स्वच्छता के लिए ‘‘गिंदड़ा’’ को मिला दो बार सम्मान

Honor For Cleanliness

वर्षों बाद गांव में हुए करोड़ों के विकास कार्य

पंचायत चुनाव विकास कार्यों की ग्राउंड रिपोर्ट

प्रदेश में ग्राम पंचायतों के चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ गई है। जिसके चलते अब गांवों की चौपाल में भी छोटी सरकार चुनने को लेकर विचार-विमर्श होना शुरू हो गया है। आज सच-कहूँ अपने पाठकों को रानियां खंड के एक छोटे से गाँव गिंदड़ा की मौजूदा ग्राम पंचायत के कार्यकाल मेंं हुए विकास कार्यांे की ग्राउंड रिपोर्ट से रू-ब-रू करवा रहा है। महिला सरपंच के कुशल नेतृत्व में ग्राम पंचायत द्वारा 5 वर्ष के कार्यकाल में विकास पर करोड़ों रूपये खर्च किए गए। इस पर सच कहूँ संवाददाता की विस्तृत रिपोर्ट:-

गांव के सौदर्यकरण को लेकर लगाए 3500 पेड़ पौधों, छाई चारों और हरियाली

खारियां( सच कहूँ/सुनील कुमार )। जिला मुख्यालय से 37 किलोमीटर दूर उतर पश्चिम में बसे छोटे से गांव गिंदड़ा ने पढ़ी-लिखी ग्राम पंचायत के मार्गदर्शन में विकास के मामले में नई बुलंदियों को छुआ है। इतना ही नहीं 36 बिरादरी का वाश रखने वाला यह गांव आपसी भाईचारे के लिए अन्य गाँवों के लिए मिसाल बना है। करीब 550 परिवारों के इस गांव में 11 वार्ड व करीब 2200 वोट हैं। गांव गिंदड़ा में मैट्रिक पास महिला सरपंच तारा देवी के कुशल नेतृत्व में स्वच्छता, सौंदर्यकरण में ऐसा कार्य किया कि ग्राम पंचायत को स्वच्छ भारत मिशन के तहत दो बार प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया। एक बार एक स्टार तो दूसरी बार दो स्टार से नवाजा गया। वर्तमान ग्राम पंचायत के कार्यकाल में ग्रामिणों को ग्राम सचिवालय, रामबाग व दर्जनभर इंटर लॉक गलियों की सौगात मिली है।

लोगों को मिला स्वच्छ पेयजल

ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल मिले इसके लिए जलघर में बने 2 बड़े टैंकों के चारों ओर जाली लगाई गई है, ताकि आवारा पशु टैंक में ना पड़ सकें। स्वच्छ जल आपूर्ति के अभाव ग्रस्त मोहलों में पानी की नई पाईप लाईन दबाई गई। ताकि ग्रामिणों को पानी प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध हो सके। चौधरी देवीलाल मेमोरियल पार्क व स्टेडियम में चारों ओर फूट पाथ व पौधा रोपण किया गया। ग्राम सचिवालय व राजकीय स्कूलों में बिजली आपूर्ति के लिए सौलर सिस्टम की व्यवस्था की गई। पिछले 5 सालों में सदेवा नहर, फल्डी नहर, फिरनी, सड़क के बर्म, सरकारी संस्थाओें इत्यादि में मनरेगा मजदूरों को काफी कार्य दिया गया, वहीं बीपीएल या आर्थिक रूप से कमजोर उन पात्र परिवारों को सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं का लाभ दिलाया जो उसके वास्तविक हकदार थे।

गांव में यह हुए मुख्य विकास कार्य:-

मौजूदा ग्राम पंचायत गिंदड़ा ने महिला सरपंच तारा देवी के नेतृत्व में ग्रामीणों को अनेक बड़े विकास कार्यो की सौगात दी है। वर्षोें से बंजर पड़ी गांव की शमशान भूमि में ग्राम पंचायत द्वारा पार्क, छायादार पौधे, शेड, पानी का टेंक, मेन गेट, रास्ते, चार दिवारी व गरिलें लगाकर अन्य गांवों के लिए सौंदर्यकरण की मिसाल पेश की गई है। इसके अलावा गांव में पंचायत के लिए कोई स्थाई जगह ना होने के चलते गांव के बीच ग्राम सचिवालय का निर्माण करवाया गया है जिसमें सीएससी सेंटर, पटवार भवन, पार्क , सोलर लाईट, चबूतरा, पीने के पानी व टायॅलेट की विशेष सुविधांए दी गई है।

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इसके अलावा गांव की 17 सबसे खस्ता हालात गलियां का नव निर्माण इंटर लॉक टायलों द्वारा किया गया है। जबकि गांव से बाहर ढाणियों को जाने वाले 7 कच्चे रास्तों को इंटों द्वारा पक्का किया गया। वहीं गांव में 3 राजकीय स्कूलों, 2 आंगनवाड़ी केन्द्रों व रामबाग में साफ सफाई, पौधा रोपण, व लिपाई पुताई का कार्य किया गया।

इन समस्याओं का नहीं हो पाया अभी तक समाधान

वर्तमान ग्राम पंचायत द्वारा करोड़ों रूपए के विकास कार्य करवाए गए है। लेकिन फिर भी कुछ समस्याएं आज भी ग्रामीणों के सामने आ रही है। जिनमें मुख्य रूप से गांव से करीब 2 किलोमीटर दूर सदेवा नहर पर बने जलघर के मैन गेट के सामने ना तो सदेवा नहर पर पुल बना है और ना ही फल्डी चैनल पर। परिणामस्वरूप अभी तक जलघर में प्रवेश करने के लिए मुख्य रास्ता ही नही है। गांव के एससी मौहले में स्वच्छ पीने के पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से नहीं हो पा रही। जिसके लिए पंचायत ने कई बार संबंधित विभागिया अधिकारियों को चेताया भी है।

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गांव के एससी मौहले में स्वच्छ पानी के लिए एक बुस्टिंग स्टेशन की बहुत जरूरत है जिसके लिए पंचायत ने अपने रेजुलेशन द्वारा प्रशासन को अवगत करवा रखा है। इसके अलावा जिला मुख्यालय, तहसील व उपमंडल शहरों से दूर होने व यातायात के साधनों के आभाव होना गांव के विकास कार्यों में बड़ी अड़चन बन रहा है।

दीवारों पर बनाई पेंटिंग देती है स्वच्छता का संदेश

गांव में प्रत्येक बिजली के खम्बों व सार्वजनिक स्थानों की दीवारों पर स्वच्छता, जल संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, कन्या भ्रूण हत्या जैसी अनेकों कुरीतियों व पर्यावरण संरक्षण के स्लोगन अंकित करवा समाज को जागरूक करने का कार्य किया गया है। वहीं गांव के राजकीय स्कूलों, ग्राम सचिावालय, आंगनवाड़ी केन्द्र, चौपाल, रामबाग, फिरनी, सड़क किनारों, जलघर व अन्य स्थानों पर करीब 3500 छायादार पौधों के साथ फूलदार व सौंदर्यकरण वाले पौधे गांव की सुन्दरता को बढा रहे हैं। गांव में रामबाग व ग्राम सचिवालय में बड़ी सोलर लाईटें लगाई गई हैं।

मंैने पंचायती राज में अब तक के सबसे लम्बे 6 साल के कार्यकाल में सेवांए दी थी। उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। जिसके चलते गांव में विकास कार्य के लिए करीब 10 लाख की ग्रांट मंजूर हुई जिससे गांव में ज्यादा विकास नही हो पाया था। वर्तमान पंचायत ने गांव में सरकार के सहयोग से करोड़ों की सौगात प्राप्त कर काफी अच्छा विकास करवाया है।

                                                                                        – भगवाना राम, पूर्व सरपंच गिंदड़ा।

ग्रामीणों के आपसी प्यार, भाईचारे तथा प्रसाशन व वर्तमान सरकार के सहयोग से गांव में विकास कार्य काफी हुए है। जिनमें मुख्यत ग्राम सचिवालय, रामबाग, राजकीय स्कूलों में सौलर सिस्टम, गलियों का नवनिर्माण, सफाई व स्वच्छता के रहे हैं। मैनें अपने कार्यकाल में जितना संभव हो सका विकास कार्य करने की पूरी कोशिश की है। लेकिन अभी भी गांव में एससी मौहले में बुंिटंग स्टेशन, जलघर के मेन गेट के आगे फल्डी व सदेवा नहर पर पुल निर्माण की बहुत जरूरत है जिसके लिए पंचायत ने अपने रेजुलेशन द्वारा प्रशासन को अवगत करवा रखा है।

                                                                               – तारा देवी धर्मपत्नि भीम सिंह, सरपंच गिंदड़ा।

 

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